नागपुर/दि.8– दिवाली और ठंड देखा जाए तो दोहरे आनंद का अवसर हैं. किंतु वातावरण में बदलाव के कारण बारिश का भी कहीं- कहीं अनुमान जताया गया है. जिससे वायु प्रदूषण का खतरा दो गुना हो जाने की बात प्रसिध्द डॉ. अशोक अरबट ने कही और बताया कि दिवाली पश्चात सांस लेने में दिक्कत की बीमारी और मरीज बढ जाते हैं. पटाखे और ठंड इस बीमारी को बढा देते हैं. सामान्य लोगों को भी प्रदूषण की वजह से इन दिनों में श्वसन की तकलीफ हो सकती हैं.
डॉ. अशोक अरबट ने कहा कि ऋतु परिवर्तन के कारण शरीर को वातावरण से तालमेल बिठाने मेें समय लगता हैं. इस समय श्वसन संबंधी आजार बढते हैं. अत: प्रतिबंधात्मक उपाय करना ठीक रहता है. छोटे बच्चों और वरिष्ठ नागरिकों पर इसका अधिक परिणाम होता हैं. वायरल फीवर, बुखार, सर्दी, बदन दर्द की शिकायत बढ जाती है.
प्रदूषण कई प्रकार का होता है. निर्माण कार्य, स्वच्छता के बडे काम से भी हवा में प्रदूषण होता हैं. पटाखों के कारण वायु प्रदूषण का त्रास कई बार हो सकता हैं. पटाखों के धुएं में सल्फर डायआक्साईड, कार्बन मोनाआक्साइड और नाइट्रस ऑक्साइड तथा अन्य विषैली गैस होती है. जिससे लंग्ज डिसीज, सीओपीडी की आशंका बढ जाती है. अत: सावधान रहे.ं