विदर्भ

ताप्ती मेगा रिचार्च परियोजना के क्रियान्वयन को लेकर की गई चर्चा

पमुख्यमंत्री फडणवीस ने पूर्व मंत्री चिटनिस से की भेंट

बुर्हानपुर दि.२१-ताप्ती मेगा रिचार्ज परियोजना के क्रियान्वयन को लेकर उप-मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से भाजपा प्रदेश प्रवक्ता एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री अर्चना चिटनिस (दीदी) ने इंदौर प्रवास के दौरान चर्चा की. भेंट के दौरान चिटनिस ने फड़णवीस को बुरहानपुर सहित महाराष्ट्र के ५ जिलों की जीवन रेखा ताप्ती मेगा रिचार्ज योजना की विस्तृत जानकारी देते हुए योजना के जमीन पर क्रियान्वयन किए जाने हेतु आवश्यक निर्देश संबंधित अधिकारियों को देने की बात कही. अर्चना चिटनिस ने कहा कि, यह वृहद जल पुनर्भरण योजना मध्यप्रदेश तथा महाराष्ट्र के लिए महत्वपूर्ण योजना है एवं इससे क्षेत्र के समग्र विकास हेतु जल की उपलब्धता सुनिश्चित होगी. देवेंद्र फड़णवीस ने कहा कि ताप्ती मेगा रिचार्ज योजना उनकी प्राथमिकता में है. उन्होंने कहा कि निश्चित ही मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र के सामूहिक प्रयास से इस महत्वपूर्ण परियोजना को जल्द ही जमीनी स्तर पर उतारने के लिए हम मध्य प्रदेश सरकार के साथ मिलकर कटिबद्ध है. अर्चना चिटनिस ने कहा कि मध्यप्रदेश में १५ माह कांग्रेस की सरकार व महाराष्ट्र में भाजपा सरकार न होने के कारण सभी विकास कार्य ठप पड़ गए थे. इसमें ताप्ती मेगा रिचार्ज परियोजना में विलंब हुआ. भाजपा प्रवक्ता चिटनिस ने देवेन्द्र फड़णवीस को याद दिलाया कि आपने मुख्यमंत्री कार्यकाल के दौरान उक्त परियोजना का प्रजेंटेशन जलंगाव में देखा था और हवाई सर्वेक्षण भी किया था. अब पुन: मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र में भाजपा की सरकार बन गई है सो इसको शीघ्र स्वीकृत कराने की मांग है.महाराष्ट्र में उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस एवं मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के प्रयासों से यह परियोजना निश्चित की मूर्तरूप लेंगी.

सीधी सिंचाई से लाभ होगा
अर्चना चिटनिस ने कहा कि, यह परियोजना अपने देश की एक अभिनव एवं अजुबी परियोजना है. इसमें भूगर्भ की संरचना का आधार लेकर लगबग ९० हजार करोड़ लीटर (३१ टी. एम. सी.) पानी का हर वर्ष पुनर्भरण होना है. भारत सरकार के निर्देश एवं दोनो राज्य सरकारों के निरंतर प्रयास से वेपकोस नई दिल्ली कार्यालय डी.पी.आर. कर दिया है. जिसके तहत मध्यप्रदेश का १.२३ लाख हेक्टेयर एवं महाराष्ट्र का २.३४ लाख हेक्टेयर पुनर्भरण से लाभान्वित होने वाला है तथा ४८ हजार हेक्टेयर सीधी सिंचाई से लाभ होगा. जिससे मध्यप्रदेश के बुरहानपुर एवं खंडवा तथा महाराष्ट्र के जलगांव, बुलढाणा, अकोला और अमरावती जिले के क्षेत्र सम्मिलित है.

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