प्रतिनिधि/दि.२३
नागपुर-विश्व प्रसिद्ध लोणार झील का विकास व संवर्धन करने के लिए बुलढाणा के जिलाधिकारी की नोडल अधिकारी के रुप में नियुक्ति की गई है. मुंबई उच्च न्यायाल के नागपुर खंडपीठ ने बुधवार को इस संबंध में यह आदेश दिया है. अब लोणार झील के विकास व संवर्धन का कार्य जिलाधिकारी के माध्यम से निपटाए जाएगें. इतना ही नहीं तो निधि भी जिलाधिकारी के खातें में जमा होगी व आवश्यकता के अनुसार अन्य विभागों को निधि का वितरण करने के आदेश दिए गए है. इस मामले में न्यायधीश सुनील शिकरे और अनिल किलोर के समक्ष सुनवायी हुई. इस संदर्भ में एड. कीर्ति निपानकर, गोंविद खैकाले, व सुधाकर बुगदाने ने जनहित याचिका दायर की है. जिलाधिकारी की मदद के लिए सलाहकार समिती की स्थापना की जाएगी. इस समिती में किसका समावेश रहेगा और समिती किस पद्धति से काम करेगी. इस संदर्भ में अपनी -अपनी भूमिकाएं प्रस्तुत करने के निर्देश न्यायालय ने संबंधित पक्षकार व वकीलों को दिए है. यह याचिका वर्ष २००९ से लंबित है. इस दरमियान न्यायायल ने बार-बार जरुरी आदेश दिए. लेकिन प्रशासन और सरकार की उदासीनता से हालातों में तील मात्र बदलाव नहीं हुआ है. न्यायालय ने बीते कुछ महिनों में प्रभावी आदेश दिए है. उन आदेशों का पालन व अमल करना जरुरी है.
डूनालीएल्ला वनस्पती से पानी का बदला था रंग
लोणार झील के पानी का रंग अचानक बदलकर लाल गुलाबी हो जाने से देशभर में हैरत जताई जारही थी. उच्च न्यायाल के आदेश पर पुणे के आगरकर रिसर्च इंस्टिट्यूट व नागपुर के निरी ने पानी के नमूने जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत की है. डूनालीएल्ला इस वनस्पती से लोणार झील के पानी का रंग बदलने की जानकारी दोनो संस्थाओं ने दी है. गर्मी बढने पर ऐसी प्रक्रिया घटित होने कीभी जानकारी दोनों संस्थाओं ने दी है.