डॉ. पंजाबराव का शैक्षणिक और कृषि कार्य युवाओं के लिए प्रेरणादायी
भैय्यासाहब पाटील का कथन, मोर्शी में मनाया जयंती उत्सव
मोर्शी/दि. २७- आध्ाुनिक समाजव्यवस्था की निराशा में आनेवाले युवाओं के लिए शिक्षण महर्षि डॉ.पंजाबराव उपाख्य भाऊसाहेब देशमुख का शैक्षणिक और कृषिविषयक कार्य प्रेरणादायी है. उनके कार्य का शाला-महाविद्यालय के पाठयपुस्तक में समावेश होना आवश्यक है, यह बात शिवाजी शिक्षण संस्था के उपाध्यक्ष जयवंतराव उपाख्य भैय्यासाहब पाटील पुसदेकर ने कही. शिवाजी उच्च माध्यमिक शाला में डॉ.पंजाबराव देशमुख की १२४ वीं जयंती अवसर पर स्नेहसम्मेलन का आयोजन किया गया. इस समय सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए वे बोल रहे थे. कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्था के आजीवन सदस्य एन.एस.गावंडे ने की. इस अवसर पर प्रमुख अतिथि के रूप में नानासाहब पाटील, वामनराव भडके, भाऊराव बोबडे, गुलाबराव पाटील, दिनेश अर्डक, डॉ.गजानन पाटील, मुख्याध्यापक एस.एम.बोंडे, उपमुख्याध्यापक प्रसाद देशमुख, मनोज देशमुख, उत्सव प्रमुख श्रीकांत देशमुख, उद्धव गिद, प्रेमा नवरे, विशाखा ठाकरे, प्रविना बोहोरोपी, सुषमा राईकवार उपस्थित थे.कार्यक्रम दौरान स्कूल के विद्यार्थियों एवं शिक्षकों द्वारा लिखित शब्दांकुर हस्तलिखित का विमोचन मान्यवरों के हाथों किया गया. बालरोग विशेषज्ञ डॉ.गजानन पाटील ने स्कूल के लिए तीन लाख रूपए खर्च कर प्रवेशद्वार का निर्माण करवाने पर स्कूल की तरफ से उनका सत्कार किया गया. कार्यक्रम का संचालन संदीप ठाकरे व डॉ.संगीता हेडाऊ ने किया. आभार मनोज देशमुख ने माना.