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अकोट /दि.19– वैद्यकीय पाठ्यक्रम की पदवी लेने के बाद डॉक्टर बनने में सफल रहे अकोट निवासी शुभम शंकरराव तलोकार पर समाज में वैद्यकीय सेवा शुरु करने से पहले ही काल ने झपट्टा मार दिया. इस सडक हादसे में बुरी तरह घायल होने के बाद शुभम तलोकार की 17 अप्रैल को इलाज के दौरान मौत हो गई. इस घटना के चलते अकोट का आम जनमानस बुरी तरह से शोकमग्न व स्तब्ध हुआ है.
जानकारी के मुताबिक अकोट में घडी दुरुस्ती का व्यवसाय करने वाले शंकरराव तलोकार का बेटा शुभम तलोकार पढाई-लिखाई में शुरुआत से ही काफी होशियार था और कक्षा 12 वीं की परीक्षा में प्राविण्यता प्राप्त करने के चलते उसे लातूर के सरकारी मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस हेतु प्रवेश प्राप्त हुआ. ऐसे में शुभम को डॉक्टर बनाने के लिए तलोकार परिवार ने पैसों की व्यवस्था हेतु अपना खेत बेच डाला तथा कर्ज भी निकाला. साथ ही रात दिन मेहनत करते हुए बेटे को डॉक्टर बनाने का सपना पूरा किया. हाल ही में शुभम ने अपनी पढाई पूरी करते हुए एमबीबीएस की पदवि प्राप्त की. इस पदविदान समारोह में शुभम के माता-पिता व भाई-बहन सहित पूरे परिवार ने हाजिरी लगाई. साथ ही परिवार में बेहद हंसी-खुशी का माहौल था. तभी 9 अप्रैल को डॉ. शुभम का दुपहिया वाहन से गिरकर हादसा घटित हुआ. जिसमें उसके हाथ-पांव और सिर पर काफी गंभीर चोटे आयी, ऐसे में उसे इलाज के लिए लातूर के अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां इलाज पर होने वाला खर्च काफी अधिक रहने के चलते रिश्तेदारों सहित मित्र परिवार ने शुभम के इलाज हेतु रकम इकठ्ठा करना शुरु किया था. साथ ही समाजसेवी बडे पैमाने पर आर्थिक सहायक मिल रही थी. इसके अलावा हर कोई यह प्रार्थना कर रहा था कि, शुभम जल्द से जल्द ठीक होकर इस संकट से बाहर निकल आये तथा अच्छी तरह से समाज को अपनी वैद्यकीय सेवाएं प्रदान करें. लेकिन नीयती को कुछ और ही स्वीकार था. जिसके चलते 17 अप्रैल की शाम डॉ. शुभम की तबीयत अचानक बिगडनी शुरु हो गई और डॉ. शुभम ने इलाज के दौरान दम तोड दिया. जिसकी खबर मिलते ही अकोट में शोक की लहर व्याप्त हो गई.