गणेश नगर परिसर की घटना से मची खलबली
वर्धा/दि.10– पुराने विवाद का बदला लेने के लिए रामनगर परिसर में आरोपियों की एक टोली ने बोरगांव मेघे में गणेश नगर में काफी धमाचौकडी कर वृध्द के घर पर पत्थरबाजी करते हुए हमला कर उसे बुरी तरह घायल कर दिया. वही दोपहिया वाहन को भी चकनाचुर कर दिया. इस जानलेवा हमले के बाद काफी हो हंगामा खडा किया. इस घटना के बाद बोरगांव मेघे परिसर में काफी दहशत का माहौल बरपा हो गया. यह घटना 6 नवंबर की रात 2 बजे की बतायी जा रही है. शहर पुलिस ने घटना को अंजाम ने देने वाले 7 आरोपियों को चंद घंटो में ही अपनी गिरफ्त में ले लिया. वही 18 आरोपियों पर मामला दर्ज किया गया है.
पुरुषोत्तम नत्थू पुसदेकर(61, गणेश नगर) यह जख्मी वृध्द व्यक्ति का नाम है. वही पुलिस व्दारा प्रज्वल दिनेश गुजर (रामनगर), अनिकेत सतीश वानखडे (सिंदी मेघे), सोहेल खान रहेमान खान (सिंदी मेघे), गौरव रवीन्द्र गोहाडे (सिंदी मेघे), अभिषेक राजेश घुंगरुड (रामनगर), राजेश शंकर लांबाडे (सिंदी मेघे), सम्यक प्रताप डहाके (सिंदी मेघे) ऐसे गिरफ्तार आरोपियों के नाम है. फरार होने वाले आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार करने की बात पुलिस निरिक्षक धनाजी जलक ने दी.
जानकारी के अनुसार आकाश उर्फ गुड्डु पुसदेकर का आरोपियों से पुराना विवाद था. आकाश के पिता पुरुषोत्तम पुसदेकर रात के समय घर में सो रहे थे. इस दौरान मध्य रात में लगभग 2 बजे के करीब 18 से20 आरोपी ने घर पर पत्थरबाजी की. खिडकी के कांच फुटने से पुरुषोत्तम घर के बाहर निकले तो आरोपियों ने तेरा बेटा कहां है,आज उसका गेम कर देगें. ऐसा बोल कर घर ें घुसगए कर पुरुषोत्तम के उपर जानलेवा हमला कर दिया और घर के सारे सामान को तोडफोड की. इतना ही नही तो लडका आकाश के मित्र की घर के सामने खडी दोपहिया को भी तोडफोड की. अश्लील गाली-गलौज कर आरोपी वहां से फरार हो गए. इस दौरान पुलिस को जानकारी मिलते ही पुलिस घटना स्थल बोरगांव मेघे में पहुंची. जहां पंचनामा कर अपराध दर्ज किया. शहर पुलिस ठाने के पुलिस निरिक्षक धनाजी जलक ने तत्काल पुलिस पथक रवाना कर आरोपियों को पकडने के निर्देश दिए. पुलिस ने थोडी ही देर में घटना को अंजाम देने वाले आरोपी को गिरफ्तार किया. अन्य फरार आरोपियों की खोज पुलिस कर रही है.
* रामनगर में रची गयी साजीश
रामनगर परिसर अपराधियों की टोली से भरा हुआ है. रामनगर परिसर में आज भी बडे पैमाने पर अवैध व्यवसाय शुरू होने की बात नागरिकों ने बतायी है. पुलिस की ओर से कार्रवाई कोई कार्रवाई होती नहीं दिखाई देती है. बोरगांव के गणेशनगर में हुए हमले की साजीश रामनगर परिसर में रची गयी. जिसके बाद यहां से दोपहिया वाहनों में बैठकर मध्यरात को बोरगांव में यह घटना घटी. रामनगर परिसर में दोपहिया में बैठ कर निकले आरोपियों को पुलिस गस्ती दल ने क्यों नहीं देखा. ऐसा सवाल नागरिक उठा रहे है.
* तडीपार आरोपियों का शहर में डेरा
रामनगर पुलिस ने पिछले महिने में तडीपार आरोपियों सूची तैयार की थी. इस यादी मे तुषार बादलमावार का भी समावेश था. तडीपार होने के बावजूद वह रामनगर परिसर में खुलेआम घुम रहा है. उसके साथ ही यश परतेकी भी आराम से घुम रहा है. जिसे पुलिस ने कुछ दिनों बहले जिले के बाहर छोड दिया था. मगर तडीपार आरोपी बिन फिक्र शहर में कैसे घुम रहे है. यह भी सवाल सामने आ रहा है.