विदर्भ

महाराष्ट्र के वर्धा जिले में बारिश के कारण सड़ने लगी है खेत में लगी कपास की फसल

चिंता में इलाके के किसान

वर्धा/दि.11 –  वर्धा जिले के देवली में इन दिनों किसान काफी चिंतित हैं. क्षेत्र में पिछले हफ्ते से लगातर हो रही भारी बारिश के कारण कपास सहित सोयाबीन की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है. बारिश के कारण खेत में लगी कपास की फसल सड़ने लगी है. इस वजह से किसान परेशान हैं और चिंता में हैं कि लागत भी निकल पाएगा या नहीं. कपास की फसल खराब हो जाने से उत्पादन पर व्यापक असर पड़ने की संभावना है.
वर्धा जिले के एक किसान ने बताया कि हमेशा एक किसान योजना तैयार करता है कि उसके खेत से कितना उत्पादन प्राप्त होगा और इसकी लागत कितनी होगी, लेकिन इस साल उल्टा हुआ है. इस साल शुरुआत में बारिश समय पर हुई. इस वजह से किसानों ने अपने खेतों में बुआई कर दी. उन्हें उम्मीद थी कि इस साल अच्छी बारिश होने से पैदावार अच्छी होगी.

शुरुआती बारिश के बाद एक सूखे का दौर चला. लेकिन दोबारा जब बारिश ने रफ्तार पकड़ी तो लगातार ही अत्यधिक वर्षा की गतिविधियों का दौर जारी रहा. अब कपास के बोंड सड़ने लगे हैं और फसल लाल पड़ रही है. सिर्फ बारिश ही किसानों की चिंता नहीं बढ़ा रही है बल्कि अब कई तरह के रोग कपास की फसल में लग गए हैं. जो किसान शुरुआती अच्छी बारिश से बंपर पैदावार की उम्मीद में बैठे हैं, अब उन्हें लागत की भी चिंता सता रही है.
बीते एक सप्ताह से जिले में लगातार बारिश हो रही है. इसी का सबसे अधिक असर कपास और सोयाबीन की फसलों पर पड़ा है. कुछ इलाकों में भारी वर्षा देखने को मिली है और पानी खेतों में घुस गया है. महाराष्ट्र में किसान खरीफ सीजन में बड़े पैमाने पर कपास और सोयाबीन की खेती करते हैं. लेकिन बारिश ने उनकी मेहनत पर पानी फेर दिया है.
क्षेत्र के किसान अब सरकार की तरफ उम्मीद भरी नजरों से देख रहे हैं. उनकी मांग है कि खेत में लगी फसल के बर्बाद होने से हुए नुकसान की भरपाई के लिए सरकार वित्तीय सहायता दे. किसानों का कहना है कि हमारी पूरी की पूरी मेहनत और पूंजी अब बर्बादी की कगार पर है. अगर हमें सरकार से मदद नहीं मिलती है तो हम मुश्किल में पड़ जाएंगे.

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