सर्राफा और हवाला कारोबारी पर ईडी की रेड
व्यापारियों में मचा हडकंप

* शहर में चार ठिकानों पर छापा मारा
* प्रवर्तन निदेशालय की नागपुर और रायपुर की टीम की कार्रवाई
नागपुर/दि.24-प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम की ओर से शुक्रवार को शहर के सर्राफा कारोबारी और हवाला कारोबारी के कुल चार ठिकानों पर छापा मारा. इस कार्रवाई से शहर के व्यापारियों में हड़कंप मच गया. हालांकि, यह कार्रवाई किस वजह से की गई और इसमें क्या कुछ जब्त किया गया, इसकी जानकारी फिलहाल ईडी की ओर से सार्वजनिक नहीं की गई है. हालांकि, कावले पर इससे पूर्व भी डीआरआई ने कार्रवाई करके बडे पैमाने पर सोना जब्त किया था. वहीं, लखोटिया भी काफी समय से हवाला कारोबार में लिप्त है. ऐसे में माना जा रहा है कि हवाला की रकम के संबंध में ही ये छापा मारा गया.
कारोबार जगत के विश्वस्त सूत्रों की मानें तो रायपुर ईडी के अधिकारी नागपुर कार्यालय की टीम के साथ शुक्रवार की सुबह 5-6 बजे ही सर्राफा कारोबारी पुरुषोत्तम कावले के शुक्रवारी तालाब के निकट एम्प्रेस सिटी स्थित फ्लैट में पहुंच गई. पुलिस बल के साथ पहुंची इस टीम ने कावले से काफी पूछताछ की. इसके बाद उन्हें लेकर ईडी टीम उनके इतवारी सर्राफा ओली स्थित सागर ज्वेलर्स में ले गई. यहां भी दस्तावेजों की छानबीन में ईडी टीम जुट गई. इस दौरान सागर ज्वेलर्स में हथियारबंद पुलिस जवान देखे गए. वहीं, ईडी की टीम ने हवाला कारोबारी शैलेश लखोटिया के सेंट्रल एवेन्यू, छापरुनगर, बगडगंज स्थित निवास और चिखली स्थित गोडाउन में भी छापा मारा. हालांकि, आधिकारिक तौर पर ईडी की ओर से कोई जानकारी साझा नहीं की गई है. उधर, पुरुषोत्तम कावले के एक करीबी ने दावा किया कि रायपुर के एक केस के सिलसिले में कावले से नियमित पूछताछ की गई थी.
* डीआरआई भी कावले पर कर चुकी है कार्रवाई
ज्ञात हो कि कुछ साल पहले डायरेक्टरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (डीआरआई) ने ट्रेन से लगभग 18 करोड़ रु. का सोना पकड़ा था. इसमें कावले का माल भी बताया गया था. ऐसे में कावले को काफी दिनों तक जेल में रहना पड़ा था. कहा जा रहा है कि कावले थोक सोना-चांदी के कारोबारी हैं. विदर्भ सहित मध्यभारत के कई ज्वेलर्स को वे माल सप्लाई करते हैं. इसी नेटवर्क पर अब ईडी की नजर है.
* लखोटिया के दोनों भाई की हुई थी हत्या
हवाला कारोबारी शैलेश लखोटिया के ठिकानों पर भी ईडी की टीम ने दबीश दी. बगड़गंज स्थित निवास और चिखली स्थित गोडाउन पर ये कार्रवाई की गई. सूत्रों की मानें तो लखोटिया की हवाला की रकम की हेराफेरी और ऑनलाइन सट्टा में लिप्तता रही है. उसका देश के अन्य शहरों में भी हवाला का नेटवर्क होने की आशंका है. लखोटिया के दो भाइयों की साल 2007-08 में डकैती के दौरान हत्या कर दी गई थी. इसके बाद लखोटिया परिवार काफी चर्चा में आ गया था.