लौटते मानसून से सोयाबीन का नुकसान
नागपुर दि.20– दिवाली सिर पर आने के बावजूद खाद्य तेल की कीमतों में होलसेल और चिल्लर मार्केट में बढोत्तरी हुई है. प्रति किलो 10 रुपए तक दाम बढ गये है. जिससे दिवाली का फराल महंगा होगा. दूसरी तरफ बताया गया कि, लौटते मानसून की बारिश से सोयाबीन की फसल को काफी नुकसान हुआ है. विदर्भ और मराठवाडा में सोयाबीन का रकबा अधिक होता है.
* मांग बढी, आपूर्ति कम
बाजार सूत्रों ने बताया कि, दिवाली पर खाद्य तेलों की मांग काफी बढ जाती है. उसकी तुलना में आवक कम होने से थोक बाजार में 15 किलो के डिब्बे के रेट 100 से 150 रुपए बढे है. सूरज मुखी के तेल की दरों मेें 15 किलो के पीछे 500 रुपए की गिरावट आयी थी. रुस द्बारा यूक्रेन पर फिर हमला शुरु किये जाने से सूरज मुखी तेल की आवक रुक गई है. जिससे डब्बे के 150 से 200 रुपए दाम बढ गये है.
* सोयाबीन का रेट भी बढा
थोक बाजार में सोयाबीन के 15 किलो का डब्बा 100 रुपए महंगा हुआ है. ऐसे ही सरकी तेल के रेट भी इतने ही बढे है. फल्लीदाना का तेल फिलहाल स्थिर है. पाम तेल के रेट भी बढे हुए है. वनस्पति घी प्रति किलो 50 रुपए तक महंगा हुआ है.