सडक हादसों में मृत्यु का प्रमाण रोकने के किए जा रहे प्रयास
राष्ट्रीय महामार्ग प्राधिकरण द्वारा की जा रही उपाय योजना
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केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी की जानकारी
नागपुर प्रतिनिधि/दि.५ – सडक दुर्घटनाओं में मरने वालों की संख्या पर नियंत्रण लाना आवश्यक है. सडक दुर्घटनाओं में लोगों की जान बचाना आवश्यक है. उसके लिए चाहे जितना भी खर्चा आए वह किया जाएगा. राष्ट्रीय महामार्ग प्राधिकरण द्वारा उपाय योजना की जा रही है. ऐसी जानकारी केंद्रीय सडक व परिवहन मंत्री नितिन गडकरी (Union Road Transport Minister Nitin Gadkari) ने दी. केंद्रीय मंत्री गडकरी ने कहा कि इसके लिए विश्व बैंक और एडीबी के सहकार्य से ७ हजार करोड की उपाय योजना की जाएगी. तमिलनाडू सरकार ने विश्व बैंक की सहायता से दुर्घटनाओं पर नियंत्रण लगाने के लिए चलायी गई योजनाओ का प्रत्येक राज्य कार्यान्वित करें ऐसा आहवान भी केंद्रीय मंत्री गडकरी ने किया.
वे बुधवार को वे टू विजन झीरो इस विषय पर कॉनफें्रसिंग के माध्यम से ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम में बतौर उद्घाटक के रुप में उपस्थित थे. इस अवसर पर उन्होंने संवाद साधते हुए आगे कहा कि देश में पाच लाख सडक हादसों का सामना हर साल किया जाता है. इन सडक हादसों में १८ से २५ वर्ष के युवकों का प्रमाण अधिक है. आगामी २०३० तक सडक हादसे ५० प्रतिशत नियंत्रण में लाने के लिए हम कटिबद्ध है. सडक हादसों में मरने वालों की संख्या कम करने के लिए रास्तों के डिजाइन महत्वपूर्ण है और उनकी दुरुस्ती कर कुछ हद तक सडक हादसों पर नियंत्रण किया जा सकता है.
केंद्र मंत्री गडकरी ने आगे कहा कि महामार्ग पर एक हजार सडक दुर्घटना स्थलों का निर्मूलन महामार्ग प्राधिकरण द्वारा किया गया है. राज्य सरकार द्वारा दुर्घटना स्थलों की तलाश की जा रही है. जिलास्तरीय एक समिति का गठन भी किया गया है. यह समिति दुर्घटनाग्रस्त स्थलों की तलाश कर प्राधिकरण को बताएगी. विकल फिटनेस भी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए महत्वपूर्ण है. दुर्घटना में जीवन बचाने के लिए हर संभव उपाय किए जाएगें. केंद्रीय मंत्री गडकरी ने बताया कि २२ लाख वाहन चालको की देश को आवश्यकता है. वाहन चालक प्रशिक्षण केंद्र आदिवासी क्षेत्रों में शुरु किए गए है. जिसमें प्रशिक्षित चालक मिलेंगे और उन्हें रोजगार मिलेगा. ऐसी जानकारी इस समय केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने दिए.