विदर्भ

तापमान के कारण बिजली की मांग बढी

नागपुर/दि.23– राज्य के कुछ क्षेत्र में तापमान बढ जाने से एसी, पंखे, कूलर सहित कृषि पंप का उपयोग बढने लगा है. जिसके कारण राज्य की बिजली की मांग बढकर गुरूवार 22 फरवरी की दोपहर 2.30 बजे 26 हजार 7 मेगावॉट पर पहुंची है. उसमें से 21 हजार 453 मेगावॉट की मांग महावितरण की है .

राज्य के विगत माह में तापमान कम होने से बिजली की मांग 25 हजार मेगावॉट के आसपास थी. उसमें महावितरण के 20 हजार मेगावॉट मांग का समावेश था. परंतु राज्य के कुछ भाग में अब धीरे- धीरे तापमान बढने लगा है. जिसके कारण विदर्भ सहित राज्य के अनेक कुछ क्षेत्र में एक ओर मौसम के अनुकूल पंखे सहित बिजली उपकरण कृषि पंप सहित कूलर भी शुरू होने लगा है. जिसके कारण बिजली की मांग बढी है. गुरूवार 22 फरवरी को दोपहर 2.30 बजे राज्य में बिजली की मांग 26 हजार 7 मेगावॉट थी. उसमें से 2 हजार895 मेगावॉट बिजली की मांग मुंबई की तथा 21 हजार 453 मेगावॉट बिजली की मांग महावितरण की थी.

सबसे अधिक बिजली निर्मिति महानिर्मिति की ओर से
राज्य में बुधवार दोपहर 2.30 बजे 6 हजार 333 मेगावॉट बिजली निर्मिति महानिर्मिति के औष्णिक विद्युत प्रकल्प से होती थी महानिर्मित के उरन गैस प्रकल्प से 278 मेगावॉट, जल विद्युत से 77 मेगावॉट, सौर उर्जा में से 87 मेगावॉट बिजली निर्मिति होती थी. अदानी 1, 820 मेगावॉट, आयडियल 153 मेगावॉट, रतन इंडिया ÷ 304 मेगावाटॅ, एसडब्ल्यूपीजीएल में से 459 मेगावाट बिजली निर्मिति होती थी तथा केंद्र के हिस्से से राज्य में 8, 429 मेगावॉट बिजली मिलती थी.

Related Articles

Back to top button