विदर्भ

एक दिन में बिजली की रिकॉर्ड खपत

राज्य में 2 करोड़ 81 लाख को 23 हजार 75 मेगावॉट बिजली की आपूर्ति

* इससे पूर्व 9 मार्च 2021 को सबसे ज्यादा 22,339 मेगावॉट हुआ था कंजम्शन
नागपुर/दि.11– नागपुर सहित राज्य में (मुंबई छोड़कर) बिजली की मांग लगातार बढ़ रही है. मांग के अनुरुप महावितरण बिजली आपूर्ति करने में कही पीछे नहीं है. मंगलवार, 8 फरवरी को राज्य में रिकॉर्ड 23 हजार 75 मेगावॉट कंजम्शन हुआ. अब तक की यह बिजली की सबसे ज्यादा मांग है. इसके पूर्व 9 मार्च 2021 को सबसे ज्यादा 22 हजार 339 मेगावॉट बिजली का कंजम्शन हुआ था. गर्मी शुरु होने के पूर्व ही रिकॉर्ड मांग सामने आई और महावितरण ने इसकी आपूर्ति भी की. गर्मी बढ़ने पर बिजली की मांग और बढ़ सकती है.
* लोडशेडिंग की नौबत नहीं आई
मुंबई को मिलाकर बिजली की मांग 25 हजार 955 मेगावॉट रही. महावितरण ने 2 करोड़ 81 लाख उपभोक्ताओं (मुंबई छोड़कर) को 23 हजार 75 मेगावॉट बिजली की आपूर्ति की. रिकॉर्ड मांग के बावजूद कहीं पर भी लोडशेडिंंग करने की नौबत नहीं आई. ऊर्जा मंत्री डॉ. नितीन राऊत व ऊर्जा राज्यमंत्री प्राजक्त तनपुरे ने इसके लिए महावितरण की सराहना की है. ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव दिनेश वाघमारे के मार्गदर्शन व महावितरण के अध्यक्ष विजय सिंघल की अगुवाई में विविध स्त्रोतों से उपलब्ध बिजली का नियोजन करके यह रिकॉर्ड मांग पूरी की गई. विद्युत इंफ्रास्ट्रक्चर के सक्षमीकरण, विस्तारीकरण, रुटीन मेंटेनेंस व दुरुस्ती के कारण महावितरण रिकॉर्ड बिजली आपूर्ति कर सका है.
* यहां से खरीदी बिजली
महावितरण को महानिर्मिति से 6 हजार 874 मेगावॉट, एनटीपीसी व ेएनपीसीआईएल से 4 हजार 154 मेगावॉट, अदानी पॉवर, रतन इंडिया, सीजीपीएल, जेएसडब्ल्यु, साईं वर्धा, एम्पो इन निजी प्रकल्पों से 4 हजार 853 मेगावॉट बिजली उपलब्ध होती है. इसके अलावा नवीन व नवीकरणीय ऊर्जा स्त्रोत से सौर ऊर्जा-2335 मेगावॉट, पवन ऊर्जा-166 मेगावॉट व सहविद्युत निर्मिति प्रकल्प से 1200 मेगावॉट इस तरह कुल 3 हजार 991 मेगावॉट बिजली उत्पादन करके और मुक्त उपभोक्ता व रेलवे के बिजली निर्मिती स्त्रोत से 1 हजार 353 मेगावॉट एवं पॉवर एक्स्चेंज से 630 मेगावॉट बिजली खरीदी गई है.

 

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