विदर्भ

रामटेक के राईस मिल में 1.2 करोड रुपए की बिजली चोरी पकडी

विदर्भ में सबसे बडी बिजली चोरी उजागर

नागपुर /दि. 11– महावितरण के नागपुर शहर उडनदस्ते के कार्यकारी अभियंता वैभव नारखेडे ने रामटेक तहसील के देवलापार की ताज राईस मिल में 1 करोड 2 लाख 23 हजार 849 रुपए की बिजली चोरी पकडी है. विदर्भ में यह सबसे बडी बिजली चोरी की घटना उजागर हुई है.
अतिरिक्त कार्यकारी अभियंता वैभव नारखेडे 30 दिसंबर को दोपहर में 4.45 बजे अपने दल के साथ देवलापार के ताज राईस मिल की बिजली आपूर्ति और उपकरण जांच करने के लिए गए थे. यहां थ्री-फेज के औद्योगिक बिजली मीटर और मीटर टर्मिनल कवर को भी सील नहीं था. यह राईस मिल पूरी क्षमता से शुरु रहने के बावजूद मीटर में कम इस्तेमाल दिखाई दे रहा था. इस कारण सर्विस केबल की जांच की गई. ट्रान्सफॉर्मर के वितरण बॉक्स की जगह पर करंट देखा गया तब इस्तेमाल के मुताबिक करंट दिखाई दे रहा था. सर्विस केबल को दोनों स्थान पर जोडा हुआ दिखाई दिया. इसमें केबल और मीटर के डिस्प्ले में अंतर दिखाई दिया. इस कारण बिजली मीटर को जोडनेवाले केबल की जांच की गई. तब इनकमिंग सर्विस केबल को अतिरिक्त केबल जोडा दिखाई दिया और इस केबल के जरिए संपूर्ण राईस मिल को बिजली आपूर्ति शुरु रहने की बात प्रकाश में आई. अतिरिक्त जोडे गए केबल पर भी बिजली इस्तेमाल की जानकारी मीटर में नहीं हो रही थी. इन सभी बातों की गहन जांच कर ग्राहक द्वारा अवैध रुप से बिजली आपूर्ति कर पिछले 12 माह में 4 लाख 90 हजार 32 यूनिट का अवैध इस्तेमाल कर 1 करोड 2 लाख 23 हजार 894 रुपए का महावितरण का आर्थिक नुकसान किए जाने की बात प्रकाश में आई. संपूर्ण विदर्भ में इतनी भारी मात्रा में बिजली चोरी पहली बार उजागर हुई है. इस प्रकरण में ताज राईस मिल के शफीक अन्सारी के विरोध में रामटेक थाने में बिजली चोरी का मामला दर्ज किया गया है. समझौते की रकम के रुप में 13 लाख 10 हजार रुपए जुर्माना ऐसे कुल 1 करोड 15 लाख 33 हजार 894 रुपए का बिल निश्चित किया गया है. नागपुर शहर उडनदस्ते द्वारा विदर्भ में अब तक की यह सबसे बडी बिजली चोरी उजागर की गई है.

Back to top button