विदर्भ

4 से बिजली कर्मचारी, एक सप्ताह हडताल पर

महावितरण को निजीकरण करने के प्रयास का विरोध

नागपुर/ दि. 3-महावितरण को निजी हाथों में सौंपने के प्रयास विरोध में बिजली कंपनियों (महावितरण, महापारेषण, महानिर्मिति) के कर्मचारियों ने 4 जनवरी से 72 घंटे यानी 6 दिनों तक हडताल पर जाने की चेतावनी दी है. आंदोलनकर्ताओं ने इसकी सूचना कंपनी के मुख्यालय व उर्जा विभाग को दी है.
हडताल में तकनीकी व गैर तकनीकी दोनों कर्मचारियों ने शामिल होने की घोषणा की है. चतुर्थश्रेणी कर्मचारियों से लेकर अतिरिक्त कार्यकारी अधिकारी अभियंता स्तर के अधिकारियों ने सीधे हडताल में शामिल होने का निर्णय लिया है. इससे उपभोक्ताओं की शिकायत लेने से लेकर उसका निराकरण करने तक पूरा काम ठप्प हो जायेगा. बिजली आपूर्ति का नियोजन गडबडाने पर उपभोक्ताओं का गुस्ता महावितरण पर फट सकता है. इस बारे में 4 जनवरी से पहले मुंबई में बैठक होने की संभावना जताई गई है. हडताल में महानिर्मिति के अधिकारी कर्मचारी शामिल होने से बिजली उत्पादन प्रभावित हो सकता है. जिसके कारण बिजली सप्लाई पर पूरी तरह ठप्प पडने का खतरा बनने की संभावना है. महाराष्ट्र राज्य विद्युत कर्मचारी अभियंता- अधिकारी संघर्ष समिति के मोहन शर्मा, पी.वी. नायडू, संतोष खुंकर, प्रसन्ना श्रीवास्तव का कहना है कि मुनाफे वाली कंपनियों को पूंजीपति के हाथों सौंपने की यह साजिश है और इसे हम कामयाब नहीं होने देंगे. संघर्ष समिति का कहना है कि हमारी मांगे नहीं मानी तो 18 जनवरी से अनिश्चितकालीन हडताल पर जायेंगे.

 

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