नागपुर/दि.१९ – मेडीकल उपकरण निर्मिती क्षेत्र में हम पिछड गए है. ५० हजार करोड से अधिक रकम के मेडीकल उपकरणों को आयात करनी पड रही है. इसके लिए देश के उद्योजकों ने इस क्षेत्र का हिस्सा बनकर विश्वस्तर व कम कीमत के वैद्यकीय उपकरणों की निर्मिती करनी चाहिए. इस आशय का मत केंद्रीय सड़क व परिवहन मंत्री नितीन गडकरी ने व्यक्त किया.
कैथलैब मैन्यूफ्कच्यूरिंग फैक्टरी उद्घाटन वर्च्युअल पद्धति से किया गया. इस समय वे बोल रहे थे.
गडकरी ने कहा कि मेडीकल उपकरण निर्मिती क्षेत्र में अत्याधिक संशोधन की जरूरत है. लेकिन यह संशोधन करनेवाली संस्थाओं की कमी है. आज अनेक जिलों में कैथलैब नहीं है. तहसीलस्तर पर जो डॉक्टर काम कर रहे है. उनके पास बेहतर किस्म के मेडीकल उपकरण उपलब्ध होने पर कम पैसों में जरूरतमंद मरीजों को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध होगी और यह सामग्री बनानेवाली संस्थाओं में काम करनेवालों को रोजगार उपलब्ध होगा.
विश्व स्तर का उत्पादन और कीमतों सीमित रहेगी तो विश्व बाजार में उत्पादन की मांग बढेगी.१० से १५ उद्योजकों ने एकसाथ आकर मेडीकल डिवाईस पार्क स्थापित करने का आह्वान भी उन्होंने किया.