
नागपुर /दि.18– शासकीय मुद्रणालय के कर्मचारी के साथ निजी साहूकार ने जालसाजी शुरु की है. स्थानीय सहकारी संस्था के कुछ पदाधिकारी भी अवैध साहूकारी करते रहने की चर्चा है. इस तरह की शिकायत उपनिबंधक कार्यालय में दी गई. जांच के लिए समिति भी गठित की गई. जांच रिपोर्ट उपनिबंधक कार्यालय को प्रस्तुत की गई है.
अवैध साहूकारी के जाल में कर्मचारी आ गये है. एक कर्मचारी ने इसी तरह सहकारी संस्था के पदाधिकारी से पैसे लिये. लेकिन अधिक ब्याज देना पडता रहने से यह परेशान हो गया. वसूली के लिए उस पर दबाव लाया जा रहा था. आखिरकार शहर उपनिबंधक कार्यालय के पास शिकायत की गई. इस प्रकरण को उपनिबंधक कार्यालय ने गंभीरता से लिया और तत्काल जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिये. इसके मुताबिक शासकीय मुद्रणालय के सहकारी संस्था की तरफ से जांच रिपोर्ट उपनिबंधक कार्यालय को प्रस्तुत की गई है. शासन मुद्रणालय सहकारी प्रत्यय संस्था मर्यादित, संचालक मंडल के सचिव संजय गौतम से संपर्क करने पर उन्होंने साहूकारी न होने की बात स्पष्ट की. झूठा प्रसार कर संस्था की बदनामी की जा रही है. उपनिबंधक कार्यालय द्वारा मांगी गई जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने की बात भी गौतम ने कही. साहूकारी स्वतंत्र व्यवसाय है. यह व्यवसाय करने के लिए शहर उपनिबंधक कार्यालय से लाईसेंस लेना पडता है. लाईसेंस मिलने के बाद भी नियमानुसार शासन द्वारा निश्चित किये गये ब्याजदर से पैसे देना पडता है. निजी साहूकार से पैसे लेते समय कोरे धनादेश लिये जाते है. वेतन के दिन वसूली करने आने के बाद कर्मचारी के हाथ आया वेतन साहूकार के जेब में जाता है. इस कारण अनेक कर्मचारी परेशान होते रहने की चर्चा कार्यालय में है.