विदर्भ

संघ मुख्यालय बम से उडाने की धमकी देनेवाला अभियंता गिरफ्तार

भेजा था सक्करदरा पुलिस स्टेशन को पत्र

आरोपी मानसिक संतुलन बिगडा रहने का कर रहा दावा
नागपुर-/ दि.2  राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के रेशीमबाग स्मृति मंदिर परिसर के कार्यालय तथा कविवर्य भट सभागृह बम से उडाने की धमकी देनेवाले व्यक्ति को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. विशेष बात यह है कि संबंधित आरोपी यह महापारेषण में अतिरिक्त कार्यकारी अभियंता पद पर कार्यरत है. यह घटना प्रकाश में आने के बाद महाराष्ट्र स्ट्रेट इलेक्ट्रिसिटी डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लि. में खलबची मच गई है. गिरफ्तार किए गये आरोपी का नाम सचिन कुलकर्णी है. आरोपी की खोज में पुलिस ने 200 से अधिक सीसीटीवी कैमरे के फुटेज देखे.
जानकारी के मुताबिक गत 25 नवंबर को नागपुर के सक्करदरा पुलिस स्टेशन में एक गुमनाम पत्र मिला था. उसमें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के रेशीमबाग स्मृति मंदिर परिसर के कार्यालय, रेशीमबाग मैदान और कविवर्य सुरेशभट सभागृह को बम से उडाने की धमकी दी गई थी. साथ ही एक बम का चित्र भी उस पर निकाला गया था. यह अनजान पत्र मिलने के बाद पुलिस ने विशेष दल का गठन कर आरोपी की खोजबीन शुरू की. सीसीटीवी के माध्यम से पुलिस ने नागपुर के झीरो माइल के डाकघर में वह गुमनाम पत्र पेटी में डालनेवाले एक व्यक्ति को कब्जे में लिया. उसकी गहन जांच की गई. तब उसने वह पत्र डाला रहने की कबूली दी. मानसिकि स्थिति उचित न रहने से यह कृत्य किया रहने का दावा उसने जांच के दौरान किया है. इस घटना के कारण खलबली मच गई है.

मूल वजह क्या ?
आरोपी सचिन कुलकर्णी यह अंबाझरी लोड डिस्पेच कार्यालय में कार्यरत है. महापारेषण के हुए कार्यक्रम का उसने संचालन किया था. मानसिक रूप से वह काफी ठीक लग रहा था, ऐसी स्थिति में उसका दावा कितना सच्चा है. इस बाबत पुलिस जांच कर रही है. साथ ही उसने ऐसा कदम क्यों उठाया. इस बाबत भी जांच की जा रही है. उसकी पत्नी आद्योगिक प्रशिक्षण संस्था में कार्यरत है. मां की कोरोना काल में मृत्यु हुई थी.

एमएसईडीसीएल का कार्यक्रम विफल करने का था मकसद
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त नवीनचंद्र रेड्डी ने बताया कि आरोपी सचिन कुलकर्णी से हुई पूछताछ में यह स्पष्ट हुआ है कि वह आडोटोरियम में एमएसईडीसीएल के पहले से निर्धारित कार्यक्रम को रोकना चाहता था. बता दे कि डॉ. हेडगेवार स्मृति भवन में आरएसएस अपने स्वयंसेवको के लिए वार्षिक संघ शिक्षावर्ग आयोजित करता है.

पुलिस आयुक्त को ही दी थी चुनौती
संबंधित पत्र में आरोपी सचिन कुलकर्णी ने सीधे पुलिस आयुक्त को ही चुनौती दी थी. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ मुख्यालय परिसर में वह बम विस्फोट करनेवाला है. पुलिस आयुक्त में हिम्मत होगी तो इसे विफल करें, ऐसा उस गुमनाम पत्र में दर्ज था. संघ का तृतीय वर्ष प्रशिक्षण वर्ग शुरू रहने से पुलिस महकमें में भी खलबली मच गई थी. जिस दिन भट सभागृह में महापारेषण कंपनी का कार्यक्रम आयोजित होनेवाला था. उसी दिन विस्फोट करने की बात पत्र में लिखी गई थी. इस कारण कार्यक्रम से संबंधित कुछ विवाद होने से तो यह पत्र नहीं लिखा गया ? ऐसा पुलिस को संदेह है. साथ ही उसमें इतनी हिम्मत कैसे आयी है, ऐसा प्रश्न भी उपस्थित किया जा रहा है.

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