विदर्भ

दीक्षा भूमि में प्रवेश, लेकिन भीड़ नहीं!

उच्चस्तरीय बैठक में विभागीय आयुक्त का आवाहन

नागपुर/दि.8 – राज्य शासन की सूचनानुसार इस वर्ष दीक्षाभूमि के धम्मचक्र प्रवर्तन दिन का समारोह नहीं होगा. तथापि इस स्थान पर कुछ अनुयायी आने पर कोरोना प्रतिबंधात्मक उपाय योजना के रुप में प्रत्येक की जांच की जाएगी. दो डोस न लेने वाले नागरिकों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा. इस कारण व्यापक स्वास्थ्य हित को ध्यान में रखते हुए इस वर्ष दीक्षाभूमि की भीड़ को टालने का आवाहन विभागीय आयुक्त प्राजक्ता लवंगारे-वर्मा ने किया है.
विभागीय आयुक्तालय में गुरुवार को इस संदर्भ में उच्चस्तरीय बैठक आयोजित की गई. परिसर में कौन से प्रतिबंधक उपाय योजना वहीं सुविधाएं की जाये, इस संदर्भ में बैठक आयोजित की गई थी.
बैठक में जिलाधिकारी आर.विमला, मनपा आयुक्त राधाकृष्णन बी., डॉ. बाबासाहब आंबेडकर दीक्षाभूमि स्मारक समिति के सचिव डॉ. सुधीर फुलझेले, विश्वस्त विलास गजघाटे व विविध विभाग प्रमुख उपस्थित थे.

सहयोग करें

अनुयायी प्रशासन की भूमिका को समझे,इस वर्ष घर में ही बाबासाहब की पावन स्मृति को अभिवादन करें, दीक्षाभूमि पर भीड़ न करें, ऐसा आवाहन डॉ. बाबासाहब आंबेडकर दीक्षाभूमि स्मारक समिति के विश्वस्त विलास गजघाटे ने किया. स्मारक समिति का निर्णय गल होकर पुनर्विचार करे अन्यथा आंदोलन करने की चेतावनी पीपल्स रिपब्लिकन पार्टी केक राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष जयदीप जोगेन्द्र कवाडे ने की है.

यह ध्यान में रखे

– इस वर्ष धम्मचक्र प्रवर्तन दिन समारोह नहीं.
– करोना अधिक पाये जाने वाले जिलों के नागरिकों को प्रवेश नहीं.
-दो डोस पूरे करने वालों की जांच के बाद प्रवेश.
-65 वर्ष से अधिक ज्येष्ठों को, 10 वर्ष से कम आयु के बालकों को प्रवेश नहीं.
-बीमार व्यक्ति, गर्भवती महिलाएं न आये.
– दीक्षाभूमि परिसर में मुकाम नहीं कर सकेंगे.
-खाद्यान्न वितरण स्टॉल, निःशुल्क अन्नदान प्रतिबंधित
– पहचान पत्र के बगैर किसी को भी प्रवेश नहीं.
– पुस्तक, मूर्ति के स्टॉल नहीं.

Related Articles

Back to top button