विदर्भ

पूरा राज्य माफियाओं के हाथ में चला गया- एड.आंबेडकर

जल्द ही राजनीतिक अपराधों के मामलों का निपटारा करना चाहिए

नागपुर/दि.10 – राज्य में दीपावली के पटाखे फूटने शुरु है. राष्ट्रवादी व भाजपा में विवाद शुरु है. यह एक तरह से उचित है. इस बहाने पार्टी के कुछ लोगों के चरित्र जनता के सामने आ रहे है. सेवा के तौर पर की जाने वाली राजनीति अब कमर्शियल हो चुकी है. एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप से ऐसा लग रहा है कि, जैसे पूरा राज्य माफियाओं के हाथ में चला गया है, ऐसा आरोप वंचित बहुजन आघाडी के नेता तथा पूर्व सांसद एड.प्रकाश आंबेडकर ने लगाया. पत्र परिषद में एड.आंबेडकर ने कहा है कि राज्य और केंद्र दोनों जगह राजनीति निम्न स्तर पर पहुंच गई है. लोगों की शार्ट टर्म मेमरी को देखते हुए रोजाना नये-नये आरोप किए जा रहे है. एक प्रकरण दबाने हेतू दूसरा बाहर निकाला जा रहा है. इस ओर ध्यानाकर्षित करते हुए पूर्व सांसद आंबेडकर ने कहा कि ऐसा ही विवाद जारी रहता है तो जो अंडरवर्ल्ड में होता है वह राजनीति में होने समय नहीं लगेगा. इस पत्र परिषद में पूर्व राज्यमंत्री डॉ.रमेश गजबे उपस्थित थे.
एड.प्रकाश आंबेडकर ने कहा कि हाल की राजनीति को देखते हुए न्यायालय की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण हो गई है. न्यायालय जितना संभव हो, उतने जल्दी राजनीतिक अपराधों के प्रकरणों का निपटारा करना चाहिए. हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने एक बडा अवसर गंवा दिया है. पेगासेस मामले में दो सवालों के जवाब मांगे होते तो अच्छा होता. स्पाइवेयर केंद्र ने खरीदी किया क्या? किया है तो किसके लिए उपयोग किया और उसकी सूची पेश करने को कहते. अगर केंद्र सरकार जवाब नहीं देती तो न्यायालय स्वयं याचिका दाखिल कर जवाब ढूंढना था. राफेल में 100 करोड की वसूली का मामला सामने आ रहा है. ऐसे में राजनीतिक भ्रष्टाचार के मामलों पर न्यायालय त्वरीत सुनवाई करें.
वंचित बहुजन आघाडी के नेता आंबेडकर ने कहा है कि पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख को 40 वर्षों से पहचानता हूं. वह अच्छी प्रतिमा वाले व्यक्ति है. वसूली प्रकरण में पैसे न देने का मामला सामने आया है. जिस कारण वह मोहरे है. लेकिन इस प्रकरण में वजीर और राजा कौन? इसे ढूंढने की जरुरत है. पैसे किसके पास पहुंचाया गया और किसके पास गया, यह सामने आना चाहिए. देशमुख ने अपनी प्रताडना करने के बजाए कानून को सहकार्य कर माफी का गवाह बनना चाहिए.

अब तक क्यों चुप थे फडणवीस?

देवेंद्र फडणवीस पांच वर्ष राज्य के मुख्यमंत्री थे. अभी उन्होंने मलिक का अंडरवर्ल्ड से संबंध होने का आरोप क्यों किया? फडणवीस पर संकट आया, इसलिए उन्होंने आरोप किया, नहीं तो अब तक वे चुप थे, उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित बातें दबाकर क्यों रखी? आंबेडकर ने कहा कि मुख्यमंत्री व पुलिस की तरह राज्यपाल को भी गोपनीय जानकारी दी जाती है. जिस कारण राज्यपाल ने इस प्रकरण में ध्यान देकर राज्य में क्या शुरु है, इसकी जानकारी लेने की आवश्यकता है.

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