वरुड/ दि.1– विदर्भ के कैलिफोर्निया के नाम से विख्यात वरुड तहसील को पिछले दो दशक पूर्व ड्राय जोन का ग्रहण लगा था. अब भुजलस्तर बढने के पश्चात भी ड्राय जोन कायम ही है. संतरा उत्पादक किसान अपने बागानों की सिंचाई के लिए नए कुंओं की खुदवाई व बोअरवेल नहीं कर सकते इस पर पूर्ण तरह से पांबदी लगा दी गई है. पिछले दो सालों से समाधानकारक बारिश होने से जमीन का भुजलस्तर बढ गया है सिंचाई प्रकल्प भी ओवरफ्लो हो गए किंतु अब भी तहसील में नए बोअरवेल व कुओं पर पाबंदी है. तहसील को ड्रायजोन मुक्त करवाने हेतु प्रशासन आवश्यक कदम उठाए ऐसी मांग किसानों व्दारा की जा रही है.
पिछले दो दशकों से तहसील का ड्राय जोन में समावेश किए जाने पर किसानों सहित सर्वसामान्य नागरिकों को भी परेशानी का सामना करना पड रहा है. चोरी छिपे बोअर करते समय अधिकारियों से दलालों को 50 से 60 हजार रुपए देने पड रहे है. इतना ही नहीं नए कुएं की खुदाई के पश्चात उसका पंजीयन करवाने हेतु पटवारी को भी मिन्नतें करनी पड रही है और ले देकर पंजीयन किया जा रहा है. भुजल सर्वेक्षण विभाग परिसर में भुजलस्तर की जांच कर शासन को रिपोर्ट भिजवाए और वरुड तहसील को ड्राय जोन मुक्त करने हेतु सिफारिश करे ऐसी मांग संतरा उत्पादक किसानों व्दारा की गई है.