विदर्भ

रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद भी वायरस दूसरे अंगों पर डाल सकता है असर

दूसरे ऑर्गन फेल होने के कारण हो चुकी है कई मौत

नागपुर/दि.१३ – शहर में कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत होने का सिलसिला अभी जारी है, यह जरुरी है कि, पहले से कम मौत हो रही है, जो राहत की खबर है. इसमें लगभग ८० प्रतिशत मरीज वह हैं, जिन्हें पहले से कोई बीमारी है. इसके अलावा भी कई मरीज ऐसे हैं, जिन्हें संक्रमण हुआ, बाद में रिपोर्ट निगेटिव आई. इसके बावजूद उनकी मौत हो गई. इस संबंध में जानकारों का कहना है कि, मौत का बडा कारण मल्टीपल ऑर्गन फेलियर रहा. वायरस ने लंग्स के साथ दूसरे ऑर्गन को भी संक्रमित किया, जिससे ऑरगन फेल हो गए और व्यक्ति की मौत हो गई. इस तहत के कई केस नागपुर में देखने को मिले हैं.

  1. फेल हुई किडनी
    ४६ वर्षीय युवक ९ अगस्त को संक्रमित हुआ. ४ दिन होम आइसोलेट रहा. इसके बाद तबीयत खराब होने पर १३ अगस्त को निजी अस्पताल में भर्ती किया गया. सीटी स्कैन करने पर पता चला कि उसके लंग्स में इंफे्नशन हो चुका है. १९ अगस्त को जांच करने पर पता चला कि किडनी भी इंफेक्टेड हुई है. इस दौरान वह कोविड निगेटिव हो चुका था. २३ अगस्त को किडनी फेल होने के कारण उसकी मौत हो गई.
  2. दूसरे ऑर्गन पर पडा असर
    ५६ वर्षीय महिला की रिपोर्ट १२ अगस्त को पॉजिटिव आई थी. महिला डायलिसिस पर थी. महिला को मेयो अस्पताल में भर्ती कराया गया. इसके कुछ दिन बाद उसकी कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई. उसके बाद उसे डिस्चार्ज कर दिया गया. इस बीच इम्युनिटी कम होने और पहले से बीमार से ग्रसित होने के कारण उसके दूसरे ऑर्गन भी इफेक्टेड हो गए. अंतत: कुछ दिन बाद महिला की मृत्यु हो गई.
  3. मल्टीपल ऑर्गन फेलियर
    ६४ वर्षीय पुरुष की रिपोर्ट २९ अगस्त को पॉजिटिव आई. उसको पहले से हाई बीपी की शिकायत थी. मरीज को पहले दो दिन होम आइसोलेट रखा गया. तबीयत बिगडने के कारण अस्पताल में ५ दिन भर्ती किया गया. कुछ दिन बाद मरीज की तबीयत ठीक हो गई. परिजनों ने उसका टेस्ट कराया, तो वह निगेटिव आया. ३ दिन बाद फिस से उसकी तबीयत बिगडी, जिसमें मल्टीपल ऑर्गन फेलियर के कारण उसकी मौत हो गई.

वायरस डालता है असर

पॉजिटिव से निगेटिव रिपोर्ट आने के बाद भी कई मौत हुई है. इसमें डायलिसिस पर जो मरीज थे, उनकी संख्या ज्यादा है. वायरस दूसरे ऑर्गन पर भी असर करता है, इसलिए सावधानी रखना जरुरी है.
– सागर पांडे, उप-अधीक्षक,
इंदिरा गांधी शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल

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