नागपुर/दि.17– बीयर बार के लाईसेंस हेतु सवा तीन लाख रुपयों की रिश्वत लेते हुए राज्य उत्पाद शुल्क विभाग के निरीक्षक को भ्रष्टाचार प्रतिबंधक दल द्वारा रंगेहाथ गिरफ्तार किया गया. यह कार्रवाई कल गुरुवार को की गई. रिश्वत लेते पकडे गये आबकारी निरीक्षक का नाम रवींद्र लक्ष्मण कोकरे बताया गया है.
इस संदर्भ में मिली जानकारी के मुताबिक शिकायतकर्ता युवक को बीयर बार शुरु करना था. जिसके लिए उसने एफएल-3 लाईसेंस हेतु तमाम आवश्यक दस्तावेजों के साथ आबकारी निरीक्षक रवींद्र कोकरे के पास आवेदन किया था. लेकिन कोकरे ने इस फाइल को मंजूर कर आबकारी अधीक्षक के पास भेजने हेतु उस युवक से 4 लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी. जिसकी शिकायत उस युवक ने भ्रष्टाचार प्रतिबंधक विभाग से कर दी. जिसकी पृष्टि करते हुए एसीबी के दल ने गुरुवार की शाम 7 बजे अपना जाल बिछाया. इस दौरान रवींद्र कोकरे ने 4 लाख की बजाय सवा तीन लाख रुपए में काम करने की तैयारी दर्शायी और शिकायर्ता युवक को रकम लेकर ट्रैफिक पार्क के पास बुलाया. जहां पर पहले से तैयार बैठे एसीबी के दल ने रवींद्र कोकरे को रिश्वत की रकम स्वीकार करते हुए रंगेहाथ धरदबोचा. वहीं एसीबी के दूसरे पथक ने रवींद्र कोकरे के घर की तलाशी भी ली. पता चला है कि, आबकारी निरीक्षक रवींद्र कोकरे का पूरा कार्यकाल बेहद विवादास्पद रहा है. फिलहाल रवींद्र कोकरे के खिलाफ सीताबर्डी पुलिस थाने में अपराधिक मामला दर्ज कराया गया है.
यह कार्रवाई एसीबी के पीआई प्रवीण लाकडे सहित सारंग बालपांडे, अस्मिता मेश्राम, विकास सायरे, राजू जांभुलकर के पथक द्वारा की गई.