वरुड के थानेदार की रेती तस्करों के खिलाफ जबर्दस्त कार्रवाई
ओवरलोड ३५ डम्पर, पेट्रोलिंग करने वाली चार कार बरामद
वरुड/दि. ५ – मध्यप्रदेश से महाराष्ट्र में नियमों को तोडकर रेती लाने वाले ३५ डम्पर वरुड के थानेदार तथा परिविक्षाधिन अधिकारी श्रेणीक लोढा ने बुधवार को बरामद किये. इसके अलावा पायलेटिंग कर रही चार कार भी बरामद की.
वरुड तहसील में रेती तस्करी जोरों पर शुरु है. परंतु थानेदार श्रेणीक लोढा ने दो दिनों से पिछा कर आखिर बुधवार तडके से जाल बिछाकर अंतरराज्यीय सीमा पर वर्धा नदी के बेरियर परिसर में कार्रवाई शुरु की. करीब रेती के ३५ ओवरलोड तरीके माल ढोने वाले डम्पर और डम्पर मालिकों व्दारा सरकारी कार्रवाई में हस्तक्षेप करने पर चार वाहन बरामद किये. वरुड से अमकोला, अमरावती, परतवाडा तक रेती ओवरलोड ले जाया जाती थी. कही सडक दुर्घटनाएं भी हुई. पिछले माह रेती वाहन चालकों ने आंदोलन भी किया था. दो दिन पूर्व तैनात हुए थानेदार श्रेनिक लोढा ने रेती तस्करी के बारे में समीक्षा लेकर कानून व सुव्यवस्था की दृष्टी से अवैध रेती तस्करी पर ध्यान केंद्री कर ओवरलोड रेती तस्करी के खिलाफ जाल बिछाया. जिला पुलिस अधिक्षक हरि बालाजी एन, उपविभागीय अधिकारी कविता फरतडे के मार्गदर्शन में थानेदार श्रेणीक लोढा, शेंदुरजनाघाट के थानेदार श्रीराम गेडाम, सहायक पुलिस निरीक्षक संघरक्षक भगत, उपनिरीक्षक योगेश हिवसे, कर्मचारी उमेश बुटले, दिपक पधरे, मिलिंद वाटाणे, निवृत्ती वरघट, सचिन भाकरे, रविंद्र धानोरकर, पंकज चौधरी, सुमित पीढेकर, उपनिरीक्षक सचिन कानडे, शैलेश घुरडे, पंकज गांवडे, रत्नदीप गवई, अतुल मस्की, पुंजाराम मेटकर, बंसी पानपंचाल, पंकज येवले, विनोद हिवरकर समेत पुलिस दल सीमा पर घात लगाकर बैठे थे. वरुड-पांढुर्णा रास्ते पर नाकाबंदी कर एक के पीछे एक रात में डम्पर निकलते ही करीब रेती के ओवरलोड ३५ डम्पर कब्जे में लिये. इस समय चालक वाहन छोडकर भाग निकले और कुछ लोगों ने शरण ली. यह जानकारी डम्पर मालिकों को मिलते ही सरकारी काम में हस्तक्षेप करने का काम किया. इस दबंग कार्रवाई के कारण थानेदार श्रेनिक लोढा की विभाग में प्रशंसा की जा रही है. पिछले कई वर्षाेंं में यह पहली कार्रवाई है और डम्पर मालिकों की चार कार पेट्रोलिंग करते हुए दिखाई देने पर कार भी बरामद की. डम्पर मालिकों के खिलाफ भी कार्रवाई की गई.