
* नक्सलियों के लिए जुटा रहा था धन
* होटल के कमरे में साथ थी छात्रा
नागपुर/दि.9-ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान में आतंकी अड्डों को ध्वस्त किए जाने से बौखलाकर भारतीय सेना के खिलाफ सोशल मीडिया पर पोस्ट करनेवाले केरल एक युवक को गिरफ्तार किया गया है. नक्सलियों के लिए आर्थिक मदद हासिल करने के लिए देश भर में घूम रहे इस युवक के खिलाफ देशद्रोह और विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. इस कार्रवाई से पुलिस और खुफिया एजेंसियां हरकत में आ गई है. आरोपी रजास माडेपड्डी सिद्दीक (28) एडापल्ली, एर्नाकुलम, केरला है.
सिद्दीक ने एमएसडब्ल्यू किया है. पिता प्राध्यापक और भाई निजी कंपनी में है. सिद्दीक वामपंथी विचारधारा का है. सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक और भड़काऊ पोस्ट करता है. इस वजह से केरल पुलिस और खुफिया एजेंसियों की उस पर निगरानी रहती है. पटना की एक युवती शहर के निजी कॉलेज में कानून की छात्रा है. वह डेढ़ साल से सिद्दीक के संपर्क में है. सिद्दीक छात्रा के साथ वक्त बिताने के लिए 5 मई को नागपुर आया. यहां आते ही उसने इंस्टाग्राम पर ‘आरएसएस की भूमि पर पहुंच गया’ पोस्ट किया. इसके साथ महापुरुष का फोटो भी लगाया. उसने लकड़गंज थाने के तहत मारवाड़ी चौक स्थित एक होटल में ऑनलाइन कमरा बुक किया. इसके बाद छात्रा के साथ होटल में रहने लगा. 6 मई की रात भारतीय सेना ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया. सिद्दीक रियाज बौखला गया. वह सेंट्रल एवेन्यू के अग्रसेन चौक स्थित एक एयरगन की दुकान पर पहुंचा. वहां दो गन के साथ फोटो निकाला. खुद का फोटो और ‘इंडियन आर्मी मुर्दाबाद पाकिस्तान में निर्दोष और बच्चों को मार रहे हैं’ पोस्ट किया. खुफिया एजेंसी सिद्दीक की गतिविधियों पर नजर रखी हुई थी. वह सिद्दीक की पोस्ट और फोटो देखकर चौकन्नी हो गई. इसकी शहर पुलिस को सूचना दी गई. पुलिस आयुक्त डॉ. रवींद्र सिंगल ने क्राइम ब्रांच को सिद्दीक पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए. क्राइम ब्रांच को सिद्दीक मारवाड़ी चौक स्थित होटल प्राइम में होने का पता चला. उसने बुधवार शाम होटल में दबिश दी. सिद्दीक छात्रा के साथ होटल के कमरे में मिल गया. छात्रा ने रियाज से सोशल मीडिया पर दोस्ती होना बताया. पूछताछ में छात्रा के भी सिद्दीक के विचारों से प्रभावित होने का पता चला. पुलिस को सिद्दीक के सामान की तलाशी लेने पर छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा पर बस्तर रेंज में करेंगुट्टा पहाड़ी पर सुरक्षा बल द्वारा नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे ऑपरेशन के पर्चे मिली. पर्चों में ऑपरेशन को आदिवासियों के लिए दमनकारी बताया गया था. पर्चे में तीन बार कोड भी थे. उन्हें स्कैन करके पीड़ितों के लिए 20 से 25 हजार रुपए का दान देने की अपील की गई थी. यह पर्चा सरकार द्वारा प्रतिबंधित सीपीआई (माओईस्ट) ने जारी किया था. इस पर्चे से सिद्दीक द्वारा नक्सलियों के लिए आर्थिक मदद जुटाए जाने का खुलासा हुआ. जिसके बाद सिद्दीकी को गिरफ्तार कर लिया गया, उसके खिलाफ लकड़गंज थाने में बीएनएस की धारा 149, 192, 353 (1) (बी), 353 (2), 353 (3) तथा आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर 13 मई तक हिरासत में लिया गया है.
* साईबाबा के घर चार दिन का आश्रय
सिद्दीक ने नागपुर आने के पहले चार दिन नक्सली नेता साईबाबा के दिल्ली स्थित घर में बिताए हैं. सूत्रों के अनुसार वह 1 मई को साईबाबा के दिल्ली स्थित घर पहुंचा था. 4 मई को वहां से नागपुर के लिए रवाना हुआ. 5 मई को दक्षिण एक्सप्रेस से नागपुर पहुंचा. इसके बाद से छात्रा के साथ रह रहा था. बताया जाता है कि सिद्दीक संदिग्ध लोगों से जुड़ा है. इस दिशा में गहराई से जांच किए जाने पर ही सच्चाई सामने आ सकती है. उससे साईबाबा और अन्य लेखकों की तीन किताबें भी मिली हैं. जेएनयू प्राध्यापक साईबाबा शीर्ष नक्सली नेताओं में शामिल थे. उनकी छह माह पहले मृत्यु हो गई है.
* संघ मुख्यालय की हुई है रेकी
सिद्दीक ने नागपुर आते ही संघ भूमि में पहुंचने का उल्लेख किया था. उसने जिस होटल में आश्रय लिया था. वहां से संघ मुख्यालय करीब है.संघ मुख्यालय आतंकी संगठनों की हिट लिस्ट में है. संघ मुख्यालय पर आतंकियों का फिदायीन हमला भी हुआ था. दो साल पहले कश्मीर से आए लश्कर ए तैयबा के आतंकी को संघ मुख्यालय की रेकी करते हुए पकडा भी गया था. सिद्दीक के भी संघ मुख्यालय की रेकी के लिए नागपुर आने की आशंका व्यक्त की जा रही है.
* केरल के संगठन से है जुड़ा
सिद्दीक केरल के डेमोक्रेटिक स्टूडेंट असोसिएशन (डीएसए) से जुड़ा है. उसकी गिरफ्तारी की खबर मिलते ही संगठन से जुड़े लोग सक्रिय हो गए. वह सोशल मीडिया के माध्यम से सिद्दीक और उसकी छात्रा के रिहाई की मांग करने लगे. जबकि पुलिस ने छात्रा को आरोपी नहीं बनाया है. सिद्दीक खुद को छात्र नेता और पत्रकार बताया है.