मोर्शी -वरूड तहसील के किसानों का इन्शुरन्स कंपनी के कार्यालय में ठिया
7 घंटे ठिया आंदोलन कर कार्यालय को लिया कब्जे में
मोर्शी/दि.2– मौसम पर आधारित फसल फल बीमा योजना में शामिल हुए अमरावती जिले के 37 हजार संतरा उत्पादक फल फसल बीमाधारक किसानों को नुकसान भरपाई नहीं दी. अमरावती जिले के 14 राजस्व मंडल के किसानों पर यह एक प्रकार का अन्याय है. किसानों को तत्काल नुकसान भरपाई दी जाए व रिलायन्स जनरल इन्शुरन्स कंपनी पर अपराध दर्ज कर बीमा कंपनी को काली सूची मेंं डालने की कार्रवाई करे, ऐसी मांग भाजपा जिला उपाध्यक्ष प्रवीण राउत, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के तहसील उपाध्यक्ष रूपेश वालके, सौरभ मानकर, सतीश काले, के नेतृत्व में पुणे रिलायन्स जनरल इन्शुरंस कंपनी के कार्यालय में धरना देकर बीमा कंपनी के राज्य व्यवस्थापक की भेट लेकर चर्चा की. बीमा कंपनी को सकारात्मक प्रतिसाद न मिलने के कारण मोर्शी-वरूड तहसील के किसानों को पुणे में रिलायन्स जनरल इन्शुरंस कंपनी के कार्यालय कब्जे में लेकर 7 घंटे ठिया आंदोलन करना पडा.
सन 2022- 23 में पुर्नरचित मौसम पर आधारित फलफसल बीमा योजना आंबिया बहार पर अमल रिलायन्स जनरल इन्शुरन्स कंपनी मुंबई द्बारा अमरावती जिले में किया गया था. इसमें सन 2022- 23 आंबिया बहार में प्रमाण के (ट्रिगर) लगकर बीमा हफ्ता अनुदान शासन की ओर से बीमा कंपनी को प्राप्त हुआ. इसके बाद बीमा कंपनी ने 3 हफ्ते में नुकसान भरपाई रकम निश्चित कर किसानों को अदा करना आवश्यक था. किंतु बीमा कंपनी की लापरवाही के कारण अमरावती जिले के वरूड तहसील में पुसला, राजुरा बाजार, वरूड, वाठोडा, मोर्शी तहसील की अंबाडा, मोर्शी तिवसा तहसील के कुर्हा, चांदुर बाजार तहसील के तलेगांव मोहना, अंजनगांव सूर्जी तहसील के कापूस तलनी, सातेगांव,अचलपुर तहसील के परसापुर, परतवाडा, रासेगांव राजस्व मंडल के हजारों बीमा धारक संतरा उत्पादक किसान फल फसल बीमा मदत से वंचित होने के कारण भाजपा जिला उपाध्यक्ष प्रवीण राउत, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के तहसील उपाध्यक्ष रूपेश वालके, आप पार्टी के अध्यक्ष सौरभ मानकर, सतीश काले, योगेश राउत सहित मोर्शी वरूउ तहसील के किसानों ने आक्रमक भूमिका लेकर 7 घंटे में बीमा कंपनी का कार्यालय कब्जे में लेकर ठिया आंदोलन करने के बाद बीमा कंपनी के राज्य व्यवस्थापक प्रमोद पाटिल ने सभी तकनीकी दूर करके 15 दिन के अंतर अमरावती जिले के 14 राजस्व मंडल के किसानोें के खाते में प्रलंबित बीमा रकम अदा करने का सकारात्मक आश्वासन दिए जाने के बाद ठिया आंदोलन पीछे लिया गया. रिलायन्स जनरल इन्शुरन्स कंपनी के अधिकारी ने दिए गये शब्द का पालन पालन न किए जाने मोर्शी में तीव्र चक्काजाम आंदोलन करने की चेतावनी बीमा कंपनी को दी गई.