* संतरा उत्पादक किसान संकट में
* किसानों का भारी नुकसान
मोर्शी / दि. 7– मोर्शी तहसील सहित हिवरखेड राजस्व मंडल में बुधवार 6 दिसंबर को जोरदार बारिश हुई. इस बेमौसम बारिश के कारण संतरा, मोसंबी, कपास, तुअर, सब्जीभाजी सहित आदि फसलों का बडे प्रमाण में नुकसान हुआ है. इसका सर्वाधिक फटका हिवरखेड राजस्व मंडल को बैठा है. 26 से 29 नवंबर, 1 दिसंबर व 6 दिसंबर को हिवरखेड राजस्व मंडल मूसलाधार बारिश ने उपस्थिति दर्ज करने से संतरा उत्पादक किसान प्राकृतिक संकट से घिरा हुआ है.
मोर्शी तहसील में रेकार्ड संतरा उत्पादन के लिए संतरा आंबिया बहार लेनेवाले किसानों की अडचने बढने का कारण बेमौसम बारिश रहा है. मोर्शी तहसील का संतरा उत्पादक किसान बहुत ही निराश हो गया है. फिर 6 दिसंबर को मोर्शी तहसील के हिवरखेड मंडल सहित आदि क्षेत्रों में जोरदार बारिश हुई. संतरा बगीचे में बुरशीजन्य रोग का प्रभाव बढने की संभावना निर्माण होने के कारण संतरा उत्पादक किसान संकट में आ गय है. मोर्शी तहसील में आंबिया बहार संतरा लेनेवाले किसानों की संख्या अधिक है. बेमौसम बारिश के कारण आंबिया बहार की नई फसल पर परिणाम होता है. आंबिया बहार लेनेवाले किसानों की ओर से नवंबर के पहले सप्ताह में बाग का पानी बंद किया जाता है. उसके बाद 10 से 15 जनवरी से संतरा बाग को पानी दिया जाता है. ऐसा करने पर फरवरी के पहले सप्ताह में फूल निकलने की शुरूआत होती है. बेमौसम बारिश के कारण व्यवस्था प्रभावित होने से संतरे का आंबिया बहार लेनेवाले किसानों के सामने अडचने आ गई है.
अत: सरकार जल्द से जल्द बेमौसम बारिश से होनेवाले किसानों के नुकसान का पंचनामा करे, ऐसा आदेश राजस्व व कृषि विभाग करे तथा पंचनामे की प्रक्रिया जल्द से जल्द पूरी कर किसानों को तत्काल मुआवजा दे.