विदर्भ

वरुड तहसील के सामने नुकसान भरपाई को लेकर अनशन

अनशनकर्ताओेंं की तबीयत बिगडी

  • दो अनशनकर्ता अस्पताल में भर्ती

वरुड/दि.24 – तहसील में 16 मई को आंधी तूफान के चलते ग्रामवासियों का नुकसान हुआ. इन नुकसानग्रस्तों ने अनुदान हेतु तीन दिनों से तहसील कार्यालय के सामने अन्ना भोंगाडे के नेतृत्व में आमरण अनशन शुरु किया है. अनशन के दौरान दो अनशनकर्ताओं की तबीयत बिगडी जिसमें उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया. जब से यह लोग अनशन पर बैठे है एक भी जवाबदारी अधिकारी ने अनशन मंडप को भेंट नहीं दी. जिसमें अनशनकर्ताओं में रोष व्याप्त है.
तहसील कार्यालय के सामने अनशन कर रहे अनशनकर्ताओं को कांगे्रस, मनसे, भाजपा सहित अनेको राजनीतिक पार्टी तथा संगठनाओं ने समर्थन दिया है. साथ ही पार्टी व संगठनाओं के पदाधिकारियों ने अनशन मंडल को भी भेंट दी और नुकसानग्रस्तों के साथ चर्चा भी की. 16 मई को तहसील में आए आंधी तुफान में आमनेर ग्रामवासी अनुदान से वंचित रखे गए थे. जिसमें इन अन्यायग्रस्त वंचित नागरिकों ने तहसील कार्यालय के सामने अनशन की शुरुआत की.
अनशन के तीसरे दिन अनशनकर्ता सकू नामदेवराव शेंडे (60), राजू रामलाल उईके (23) की अचानक तबीयत खराब हुई दोनो को ही उपचार हेतु अस्पताल में दाखिल किया गया. जिसकी वजह से अब अनशन और भी तीव्र करने का संकल्प कर प्रशासन का निषेध व्यक्त किया गया.
पिछले तीन दिनों से कोई भी जवाबदार अधिकारी ने अनशनकर्ताओं से बातचीत की और न ही अनशन मंडप को भेंट दी. यह निंदनीय है ऐसा मत आमरण अनशन का नेतृत्व कर रहे ब्रिक्स मानव अधिकार मिशन के विदर्भ प्रांत संगठक अन्ना भोंगाडे ने व्यक्त किया. इन्होंने यह भी कहा कि, मेरे जीवन का यह 115 वां आंदोलन है आज तक प्रशासन का काला मुंह हो ऐसी घटना नहीं घटी इस अवसर पर पूर्व कृषि मंत्री डॉ. अनिल बोंडे ने भी अनशन मंडप में पहुंचकर अनशनकर्ताओं की व्यथा जानी और अपना समर्थन दिया. इसी दौरान पंचायत समितिसभापति विक्रम ठाकरे, मनसे जिलाध्यक्ष विपूल हिवसे ने अनशन मंडप को भेंट देकर समर्थन दिया.

Related Articles

Back to top button