
सावली/दि.15– वन विभाग पिछले सात महीनों से सावली और मूल तहसील में घूम रही एक बाघिन के साथ तीन शावकों को पकडने में सफल रहा है. बुधवार को जेल में बंद बाघिन ने पहले चार लोगों को मार डाला था और तीन अन्य को घायल कर दिया था. वन विभाग उसके तीनों बछडों को पकडने की कोशिश कर रहा था. इसी बीच चार दिन बाद 12 अप्रैल को वन विभाग ने बेहद कुशल प्रदर्शन करते हुए तीनों बछडों को सुरक्षित पकड लिया. सावली व चिचापल्ली वन विभाग की टीम ने मिलकर इस अभियान को अंजाम दिया.
सावली और मूल तहसील में आतंक मचाने वाली ाबाघिन को पकडने के लिए 40 ट्रैप कैमरे और 50 कर्मचारी तैनात थे. इस बीच, बुधवार रात वन विभाग द्वारा बाघिन को बेहोश करने के बाद सवाल उठने लगे कि उसके तीन शावकों का क्या हुआ. इसलिए चंद्रपुर के मुख्य वन संरक्षक डॉ. जितेंद्र रामगांवकर, विभागीय वनाधिकारी प्रशांत खाडे के मार्गदर्शन में वन परिक्षेत्र के कर्मचारी दिन-रात पहरा दे रहे थे. 12 अप्रैल को तीनों बछडों को पकडने के बाद बाघिन समेत अन्य बछडों को टीटीसी में छोड दिया गया है.
* बाघ ने वृद्ध पर किया हमला
गंगलवाडी: मोहफूलजंगल में शिकार करने गए एक व्यक्ति पर बाघ ने हमला कर उसे मार डाला, यह घटना रविवार को चिचखेडा बीट क्रमांक 1003 में हुई. मृतक की पहचान विनायक विठोबा जांभुले (60 वर्ष) के रूप में हुई है. रोज की तरह विनायक रविवार को मोह संकलन के लिए गए थे. जब वे फूल तोडने में व्यस्त थे तभी अचानक बाघ ने हमला कर दिया. इसकी जानकारी मिलते ही वन विभाग मौके पर पहुंच गया. हालांकि, तब तक उनकी मौत हो चुकी थी.
* वन विभाग का कडा पहरा
चंद्रपुर के मुख्य वन संरक्षक डॉ. जितेंद्र रामगांवकर और विभागीय वन अधिकारी प्रशांत खाडे के मार्गदर्शन में बाघिन व उसके बछडों को पकडने की मुहिम चलाई गई. सहायक वन संरक्षक विकास तरसे, सावली के क्षेत्रीय वन अधिकारी विनोद धुर्वे, चिचापल्ली की क्षेत्रीय वन अधिकारी प्रियंका वेलमे, पशु चिकित्सा अधिकारी रविकांत खोब्रागडे, शूटर अजय मराठे, सुरेंद्र वाकडोत, नंदकिशोर पाटिल, रवि सूर्यवंशी, अनिल मेश्राम, राजू कोडापे, वन रक्षक सतीश नागोसे, श्रीराम आदे, लंकेश अखाडे, महादेव मुंडे, भोला सोनीकर, बोनालबार, खुडे, कराड, गोडशेलवार, महेश अहिरकर, उइके, गुरनुले, राजू मुरकुटे, रवि कलसार, तुषार, सुरेश, पीआरटी टीम ने सहयोग किया.