विदर्भ

आखिरकार दो संदेहास्पद आरोपी गिरफ्तार

मामला सोयाबीन ढेर को आग लगाने का

चांदूर रेल्वे/दि.27 – दानापुर स्थित अनुसूचित जाति के किसान की सोयाबिन फसल के ढेर को जाति द्बेष के चलते आग लगा दी गई थी. इस मामले में दोषियों पर कार्रवाई करने हेतु अनेको सामाजिक संगठनाओं ने पुलिस प्रशासन पर दबाव बनाया था. जिसके पश्चात चांदूर रेल्वे उपविभागीय पुलिस अधिकारी व्दारा कार्रवाई कर सोमवार को दो संदेहास्पद आरोपियों को गिरफ्तार कर उन्हें न्यायालय के समक्ष पेश किया गया. जहां उन्हें तीन दिन का पीसीआर न्यायाधीश व्दारा दिया गया.
दानापुर के अनुसूचित जाति के किसानों का खेत में जाने के लिए रास्ता बंद कर दिया गया था. साथ ही युवती के साथ छेडखानी करने और सोयाबीन के ढेर में आग लगाने जैसे अत्याचार से त्रस्त 65 लोगों ने 22 अक्तूबर को दानापुर गांव छोड दिया था और वे सब तालाब के किनारे आश्रय लिए हुए थे. अखबारों के माध्यम से यह खबर प्रकाशित होते ही राज्यभर में घटना का निषेध व्यक्त किया गया. इस मामले में राज्य के गृहमंत्री दिलीप वलसे पाटिल ने दखल लेकर जांच के आदेश दिए.
शनिवार की रात पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) के बारगल तथा चांदूर रेल्वे के एसडीओ चौधरी ने पीडितों से मुलाकात कर उन्हें कार्रवाई किए जाने का आश्वासन दिया. उसके पश्चात सभी लोग शनिवार को गांव वापस लौट आए किंतु उसके पश्चात भी पुलिस व्दारा कार्रवाई नहीं की गई. जिसमें राज्यभर की विविध पार्टियों व संगठनाओं ने प्रशासन पर दबाव बनाया गया.
दबाव के चलते आखिरकार तलेगांव पुलिस ने इस मामले में दो संदेहास्पद आरोपियों को गिरफ्तार कर उन पर भादवी की कलम 435, 35 व एट्रासिटी एक्ट 3 (2)(3) के तहत अपराध दर्ज किया. संदेहास्पद दो आरोपियों के नाम गजानन वामन सहारे व मनोज हेमंतराव रोकडे है. दोनो को ही सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया और उन्हें न्यायालय में पेश किया गया जहां न्यायाधीश व्दारा 27 अक्तूबर तक दोनो ही आरोपियों को पीसीआर में रखने के आदेश दिए गए.

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