* अमृत महोत्सव में संस्था आई थी संकट में
नागपुर/दि.15-कर्मयोगी दिवंगत बाबा आमटे और साधनाताई आमटे की आनंदवन संस्था को 75 साल पूर्ण हुए है. हजारों उपेक्षितों को जीने की शक्ति देनेवाली यह संस्था अपने अमृत महोत्सव में आर्थिक संकट में आने पर उपमुख्यमंत्री तथा वित्त मंत्री अजित पवार ने इस संस्था को तीन करोड 8 लाख रुपए की निधि तत्काल वितरित करने के आदेश दिए है.
चंद्रपुर जिले के वरोरा के आनंदवन महारोग सेवा समिति संस्था को कुष्ठरोगियों का उपचार और पुनर्वसन करने के लिए 1 करोड 86 लाख रुपए तो आनंद अंध मूकबधिर और संधीनिकेतन दिव्यांग कार्यशाला के लिए 1 करोड 22 लाख रुपए ऐसे कुल 3 करोड 8 लावख रुपए की निधि उपमुख्यमंत्री पवार के निर्देश के बाद तुरंत वितिरत की गई है. दिवंगत बाबा आमटे एवं साधनाताई आमटे ने कुष्ठ रोगियों की सेवा के लिए 75 साल पहले 1949 में चंद्रपुर जिले के वरोरा तहसील के आनंद वन में महारोगी सेवा समिति की स्थापना की. अमृत महोत्सवी वर्ष में संस्था आर्थिक संकट में आने की बात से संस्था के सचिव डॉ. विकास आमटे ने उपमुख्यमंत्री अजित पवार को अवगत कराया था.
डेढ हजार कुष्ठरोग मुक्त दिव्यांग-निराधार, वृद्ध
* यह संस्था सामाजिक दायित्व की भावना से कुष्ठरोगियों का उपचार, पुनर्वसन के माध्यम से उनकी सेवा कर रही है. संस्था की ओर से ग्रामीण क्षेत्र के प्रकल्प में पुनर्वसित डेढ हजार कुष्ठरोग मुक्त दिव्यांग-निराधारा, वृद्ध, अनाथ, परितक्त्या, मानसिक दृष्टि से दिव्यांग बंधु और उनके बच्चों का ध्यान रखा जाता है.
* विशेष शाला और व्यवसायिक प्रशिक्षण केंद्र में निवासी 300 दिव्यांग विद्यार्थी-प्रशिक्षणार्थियों को शिक्षण-प्रशिक्षण दिया जाता है. आर्थिक दृष्टि से दुर्बल समूहों के लिए अनिवासी विज्ञान, कला, वाणिज्य साढे तीन हजार छात्र-छात्राओं के शिक्षा की सुविधा भी संस्था की ओर से की जाती है.
* विगत तीन साल में संस्था ने 16 करोड 50 लाख रुपए का नुकसान सहन किया है. इसलिए संस्था के दैनंदिन उपक्रमों का परिचालन भी कठिन हुआ था.