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संतप्त परिजनों ने कोविड सेंटर में की जमकर तोडफोड
नागपुर/दि.14 – जिले के पारशिवनी तहसील अंतर्गत कांद्री स्थित वेकोली के जवाहरलाल नेहरू हॉस्पिटल में भरती गंभीर स्थितिवाले पांच मरीजों को समय पर उचित इलाज नहीं मिलने की वजह से उनकी मंगलवार की सुबह 8 से 9 बजे के दौरान तडफ-तडफकर मौत हो गयी. जिसके बाद मृतकों के रिश्तेदारों ने अपने परिजनों की मौत अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही से होने का आरोप लगाते हुए इस कोविड सेंटर में जमकर तोडफोड की. जिसके चलते यहां पर पूरा दिन जबर्दस्त तनावपूर्ण स्थिति रहीं. मृतक मरीजों के नाम अमित दिनदयाल भारद्वाज (31, पटेल नगर कन्हान), कल्पना अनिल कडू (38, टेकाडी), किरण राधेश्याम बोराडे (47, टेकाडी), हुकुमचंद येरपुडे (57, रायनगर कन्हान) तथा नमिता श्रीकांत मानकर (33) का समावेश है.
जानकारी के मुताबिक पारशिवनी तहसील में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढने की वजह से कांद्री स्थिति वेकोली के जवाहरलाल नेहरू हॉस्पिटल में 9 अप्रैल से कोविड केयर सेंटर शुरू किया गया. इस अस्पताल में सोमवार की रात तक 29 कोविड संक्रमित मरीज भरती किये गये थे. जिनमें से कुछ मरीजों की स्थिति काफी गंभीर थी. ऐसे में उन्हें तत्काल नागपुर रेफर किये जाने की मांग की गई थी. किंतु नागपुर के सरकारी अस्पताल में बेड उपलब्ध नहीं रहने की वजह से इन मरीजों का इलाज कांद्री में ही जारी रखा गया. किंतु यहां पर प्रशिक्षित डॉक्टर एवं वेंटिलेटर का अभाव रहने की वजह से चार मरीजों की अस्पताल में ही मौत हो गयी. वहीं एक महिला ने नागपुर ले जाये जाते समय रास्ते में दम तोडा.
जानकारी मिली है कि, जिलाधिकारी रविंद्र ठाकरे ने इस हॉस्पिटल में ऑक्सिजन की सुविधा रहनेवाले 48 बेड को मान्यता दी थी तथा कन्हान के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की देखरेख में इस कोविड केयर सेंटर को चलाया जा रहा था. साथ ही यहां पर 10 अप्रैल को अतिरिक्त 15 ऑक्सिजन बेड की व्यवस्था की गई और यह भी तय किया गया कि, इस कोविड सेंटर में जिला प्रशासन की ओर से नियुक्त वैद्यकीय अधिकारी तथा वेकोली प्रशासन की ओर से नियुक्त वैद्यकीय अधिकारी द्वारा अलग-अलग शिफ्ट में मरीजों का इलाज किया जायेगा, किंतु मरीजों के परिजनों का आरोप है कि, यहां पर ऐसी कोई व्यवस्था उपलब्ध नहीं है. वहीं दूसरी ओर दोनों विभागों के अधिकारियों द्वारा एक-दूसरे पर जिम्मेदारी झटककर इस मामले से अपना पल्ला झाडने का प्रयास किया जा रहा है. मंगलवार की सुबह इस कोविड सेंटर में इलाज करवा रहे मरीजों के परिजन जब जवाब तलब करने अस्पताल पहुंचे, तो उन्हे बताया गया कि, मरीजों में ऑक्सिजन का स्तर कम होने की वजह से उनकी मौत हो गयी. जिससे सभी लोग संतप्त हो गये और अस्पताल प्रशासन को इन मौतों के लिए जिम्मेदार बताते हुए वहां हंगामा करना शुरू कर दिया. साथ ही कई लोगों ने अस्पताल परिसर में जमकर तोडफोड भी की.
- जिन मरीजों की मौत हुई है, उनकी स्थिति भरती कराये जाते समय ही बेहद गंभीर थी. उन्हें समय पर ऑक्सिजन की आपूर्ति भी की गई. किंतु वैद्यकीय अधिकारियों के प्रयास कम पड गये.
– डॉ. शैला देवगडे
प्रभारी अधिकारी, जवाहरलाल नेहरू हॉस्पिटल कोविड केयर सेंटर
चार माह की गर्भवती ने भी तोडा दम
कन्हान के राय नगर की निवासी नमिता श्रीकांत मानकर (33) नामक चार माह की गर्भवती महिला को भी कोविड संक्रमित रहने की वजह से इस कोविड सेंटर में इलाज के लिए भरती कराया गया था. गत रोज एक साथ चार मरीजों की मौत होने के बाद इस कोविड सेंटर में जबर्दस्त हंगामा मचना शुरू हुआ. इसी दौरान नमिता मानकर की तबियत बिगडनी शुरू हुई. ऐसे में उसे तुरंत ही कामठी के निजी अस्पताल में ले जाने का फैसला उसके रिश्तेदारों द्वारा लिया गया. किंतु नमिता ने कामठी ले जाये जाते समय रास्ते में ही दम तोड दिया.