नागपुर/प्रतिनिधि दि.३ – वन विभाग में श्रेणी 2 के पद पर कार्यरत रहने वाले सतीश हरिभाऊ बोरेकर (48) ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. इस घटना से वन विभाग ने खलबली मची है.
सतीश बोरेकर यह जुना सुभेदार लेआउट स्थित आनंद तृप्ती अपार्टमेंट में रहते थे. पिछले दो वर्ष से वे मानसिक बीमारी से त्रस्त थे. धंतोली स्थित डॉ.सुलभा ठाकरे के पास उनका इलाज शुरु था. साथ ही उन्होंने बैंक से कर्जा भी लिया था. कर्ज की किश्त फेडने में विफल हो जाने से बेैंक अधिकारी ने उनके पीछे कर्जे की वापसी के लिए तगादा लगाया था. तभी से वे तनाव में रहते थे. इस कारण उन्हें शराब की लत लगी थी. हर रोज वे शराब पिकर घर आते थे. हमेशा की तरह 31 मार्च को सुबह 9.30 बजे वे ड्युटी पर गए थे. ड्युटी अधुरी कर वे दोपहर 2 बजे के दौरान घर लौटे. रात 9.30 बजे के दौरान उन्होंने खाना खाया और बाहर घुमने गए.बोरेकर यह दूसरे कमरे में सोते थे. इस कारण उनकी चदर व ब्लैंकेट पत्नी पल्लवी कुर्सी पर रखती थी. खाना खाने के बाद वे बाहर घुमने जाते और देर से घर लौटकर सो जाते थे. घटना के दिन तडके 3.30 बजे के दौरान पत्नी पल्लवी की निंद खुली तब दरवाजा खुला दिखा. जमीन पर चदर और ब्लैंकेट पडा हुआ था. पल्लवी ने गली का लाइट लगाया तब बोरेकर यह वाल कंपाउंड की ग्रिल को नायलॉन की रस्सी बांधकर फांसी लगाई स्थिति में दिखाई दिये. फांसी लगाने का कारण पता नहीं चल पाया हेै. हुडकेश्वर पुलिस मामले की जांच कर रही है.