लोन प्रोसेसिंग के नाम पर 2 करोड की धोखाधडी
मुंबई से पकडा गया ठगबाज, आर्थिक अपराध शाखा को सौंपी गई जांच
* 20 करोड का कर्ज दिलाने का दिया गया था झांसा
नागपुर /दि.3- 20 करोड रुपए का कर्ज दिलाने की बात कहकर प्रोसेसिंग के नाम पर 2 करोड रुपए का चूना लगाने वाले ठगबाज को मुंबई से गिरफ्तार किया गया है. यह कार्रवाई नागपुर पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा द्वारा की गई. विशेष उल्लेखनीय है कि, मूल शिकायतकर्ताओं में से एक व्यक्ति का निधन हो चुका है. लेकिन उसकी पत्नी ने इस मामले को लेकर इंसाफ मिलने के लिए लडाई लगातार जारी रखी. पकडे गए ठगबाज का नाम आकाश मनोहर पाटिल (मुंबई) बताया गया है.
जानकारी के मुताबिक नागपुर में रहने वाले समीर चट्टे को वर्ष 2021 में कर्ज चाहिए था. जिसके लिए उन्होंने भूषण देशपांडे व अनूप गुप्ता के जरिए भोपाल में आकाश पाटिल से मुलाकात की थी और आकाश ने समीर चट्टे को पुणे के एक कंपनी से 5 करोड रुपए का कर्ज दिलाने की बात कहते हुए 20 लाख रुपए की प्रोसेसिंग फिस मांगी थी. जिस पर चट्टे ने उसे साढे 7 लाख रुपए भेजे थे. परंतु कुछ समय बाद आकाश पाटिल ने चट्टे को बताया कि, पुणे स्थित कंपनी के संचालक की मौत हो गई है. ऐसे में वहां से कर्ज नहीं मिल सकता. लेकिन वह भोपाल स्थित दिलीप बिल्डकॉन कंपनी से 20 करोड का कर्ज दिला सकता है. चूंकि समीर चट्टे को इतना कर्ज नहीं चाहिए था, तो उन्होंने इसके लिए मना किया. जिस पर आकाश पाटिल ने कहा कि, उक्त कंपनी इससे कम रकम का कर्ज देती ही नहीं. ऐसे में समीर चट्टे ने अपने मित्र परेश खानोरकर के साथ मिलकर कर्ज लेना तय किया. जिस पर आकाश पाटिल ने बताया कि, सीए शुल्क के तौर पर 1.20 करोड रुपए व अनूप गुप्ता के कमिशन के लिए 80 लाख रुपए लगेंगे. इसके चलते दिसंबर 2021 तक चट्टे व खानोलकर ने पाटिल को 2 करोड रुपए भेज दिए. साथ ही आकाश पाटिल ने इन दोनों का विश्वास जीतने हेतु उन्हें दिलीप बिल्डकॉन का 20 करोड रुपए का चेक वॉट्सएप पर भेजा. लेकिन इसके बावजूद भी जब लंबे समय तक रकम नहीं मिली, तो समीर चट्टे भोपाल स्थित दिलीप बिल्डकॉन कंपनी में पूछताछ करने हेतु पहुंचे. जहां पर उन्हें पता चला कि, उन्हें दिया गया चेक पूरी तरह से नकली है और दिलीप बिल्डकॉन कंपनी द्वारा किसी को भी इस तरह से कर्ज नहीं दिया जाता. ऐसे में समीर चट्टे को काफी झटका लगा और उन्होंने नवंबर 2022 में पुलिस आयुक्त के पास शिकायत दर्ज कराई. जिसे उन्होंने बाद में वापिस ले लिया था. परंतु जनवरी माह में समीर चट्टे का निधन हो गया और उनकी पत्नी यशस्वी चट्टे ने कोतवाली थाने में आरोपी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई और पुलिस ने आकाश पाटिल व अनूप गुप्ता के खिलाफ अपराधिक मामला दर्ज करते हुए जांच शुरु की.
* आरोपी के खाते में फ्रिज किए गए 15.70 लाख रुपए
पुलिस ने इस मामले में तकनीकी ढंग से जांच करनी शुरु की. जिसके तहत आरोपी के बैंक खाते की जानकारी हासिल करने के साथ ही इस जरिए उनके फोन क्रमांक व पते भी हासिल किए गए. जिसके आधार पर पता चला कि, आकाश पाटिल मुंबई के मलाड (पश्चिम) में रहता है. जहां से आर्थिक अपराध शाखा के दल ने 28 अक्तूबर को उसे गिरफ्तार किया और उसके पास से 2 मोबाइल सहित 87 हजार रुपए का साहित्य जब्त किया गया. साथ ही उसके बैंक खाते में रहने वाले 15.70 लाख रुपए को फ्रिज कर दिया गया. इसके बाद पाटिल को नागपुर लाया गया. जहां पर उसे अदालती आदेश पश्चात 6 दिन की पुलिस कस्टडी में रखा गया.
* डेप्यूटी सीएम से लगाई गई थी गुहार
समीर चट्टे की पत्नी यशस्वी चट्टे ने इस मामले में न्याय मिलने हेतु उपमुख्यमंत्री कार्यालय तक पहुंचकर गुहार लगाई थी. पूरे मामले को लेकर लिखित पत्र के जरिए जानकारी मिलने पर उपमुख्यमंत्री कार्यालय से मामले को नागपुर पुलिस के पास वर्ग किया गया. जिसके बाद मामले की जांच में काफी हद तक गति आयी और 26 सितंबर को कोतवाली थाने में अपराधिक मामला दर्ज किया गया था.