हॉलीडे बुकींग व विदेशी मुद्रा खरेदी के नाम पर पौने दो करोड की ठगी
ठगबाजों ने दो लोगोें को लगाया चुना
नागपुर प्रतिनिधि/दि.६ – हॉलीडे बुकींग व विदेशी मुद्रा खरीदी-बिक्री के व्यवहार में जबर्दस्त लाभ मिलता है. ऐसा झांसा देने के साथ ही अपने परिचितों का विश्वास संपादन कर उन्हेें लाखोें-करोडों रूपयों का चूना लगाने हेतु कुख्यात रामदासपेठ निवासी गोयल परिवार के खिलाफ गुरूवार को तहसील व अंबाझरी पुलिस द्वारा अपराध दर्ज किया गया.
इस संदर्भ में इतवारी परिसर निवासी आशीष जिनेंद्र जैन (38) द्वारा तहसील थाने में दर्ज करायी गयी शिकायत के मुताबिक देवेंद्र गोविंद गोयल, रितेश गोविंद गोयल, गोविंद मुरालीलाल गोयल तथा निकिता देवेंद्र गोयल (सभी गोविंद भवन रामदास पेठ निवासी) तथा उनकी साथी पायल सोमाणी (भक्तिसागर अपार्टमेंट) ने आपस में मिलीभगत कर 15 दिसंबर 2014 को आशीष जैन को इंटरनैशनल होटल बुकींग, फ्लाईट बुकींग, टूर ऑपरेटिंग तथा विदेशी मुद्रा खरीदी-बिक्री के व्यवहार में लाखों रूपयों का लाभ होने की बात कही और इस व्यवसाय में निवेश करने हेतु कहा. ये सभी लोग अपने परिचित रहने से आशीष जैन ने उन पर विश्वास करते हुए वर्ष 2014 से 2018 के दौरान उन्हेें 2 करोड 29 लाख 90 हजार रूपये दिये. पश्चात व्यवसाय में अच्छा फायदा होने की बात कहते हुए आरोपियों ने जैन को 1 करोड 16 लाख 81 हजार 500 रूपये वापिस लौटाये. साथ ही शेष 1 करोड 13 लाख 8 हजार 500 रूपये जल्द लौटाने की बात कही, लेकिन अब तक यह रकम लौटायी नहीं गयी. जिसके बाद आशीष जैन ने तहसील पुलिस में जालसाजी की शिकायत दर्ज करायी. वहीं दूसरी ओर वाडी परिसर निवासी सुरेशचंद्र महेशचंद्र अग्रवाल ने अंबाझरी थाने में शिकायत दर्ज कराते हुए कहा कि, वे टायर कंपनी के वितरक है और उनका अंबाझरी थानांतर्गत रवी नगर में कार्यालय है. उनके गोयल परिवार के साथ काफी नजदीकी संबंध है और उपरोक्त आरोपियों सहित अनिता गोविंद गोयल व जीतेेंद्र मुरालीलाल गोयल ने उनसे 10 अगस्त 2016 को 59 लाख रूपये लिये थे, जो आज तक वापिस नहीं लौटाये गये. सुरेश अग्रवाल की शिकायत पर अंबाझरी पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ जालसाजी का मामला दर्ज करने के साथ ही देवेंद्र गोयल व रितेश गोयल को गिरफ्तार किया है. साथ ही मामले की जांच शुरू की गई है.
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परिचितों के साथ ही करते है जालसाजी
जानकारी के मुताबिक उपरोक्त सभी आरोपियों का मुख्य व्यवसाय जालसाजी करना ही है और वे अब तक कई लोगों को चुना लगा चुके है. इसमे भी यह विशेष उल्लेखनीय है कि, आरोपियों द्वारा अपने बेहद करीबी लोगों के साथ ही विश्वासघात किया जाता है. इससे पहले वर्ष 2019 में इन आरोपियों के खिलाफ नंदनवन पुलिस थाने में 3 करोड 90 लाख रूपये की जालसाजी का अपराध दर्ज हुआ था. जिसे पुलिस द्वारा गंभीरतापुर्वक नहीं लिया गया और सभी आरोपी निर्दोष छूट गये. जिसके बाद उन्होंने एक बार फिर लोगों को अपना शिकार बनाना शुरू किया. पता चला है कि, उपरोक्त आरोपियों में से एक आरोपी क्रिकेट बुकी है, जो इस गोरखधंधे में लाखों-करोडों के वारे-न्यारे करता है और उसके खिलाफ मध्यप्रदेश के जबदलपुर में अपराध दर्ज है.