विदर्भ

घर व प्लॉट खरीदने के नाम पर 28 लाख रूपयों की जालसाजी

वरूड का मामला, महिला सहित तीन के खिलाफ अपराध दर्ज

वरूड/दि.8 – प्लॉट व घर खरीदने की बात कहते हुए तीन लोगों के साथ 28 लाख 43 हजार रूपये की जालसाजी के मामले में वरूड पुलिस ने कल्पना मनोहर श्रीराव नामक महिला सहित दीपक शिवनारायण बटवडा तथा प्रवीण धरमठोक के खिलाफ भादंवि की धारा 406, 420 व 506 के तहत अपराध दर्ज किया है. जिसकी जानकारी मिलते ही तीनों आरोपी फरार हो गये है और उन्होंने गिरफ्तारी पूर्व जमानत हासिल करने हेतु अमरावती की जिला व सत्र न्यायालय में गुहार लगायी है.
जानकारी के मुताबिक 28 लाख रूपयों की जालसाजी का यह मामला 1 दिसंबर 2014 से 12 मई 2015 इन छह माह की कालावधि के दौरान घटित हुआ. जिसमें करीब 650 ग्राम सोना हडप लिया गया. वरूड निवासी महेंद्र गंगाधर काठीवाले (35) की शिकायत के मुताबिक इन तीनोें आरोपियों ने उनकी मां व दो बहनोें से घर की खरीदी करने की वजह बताते हुए 19 लाख 53 हजार रूपये मूल्यवाले 650 ग्राम सोने के गहने हासिल किये. किंतु बाद में कभी भी ये गहने या रकम वापिस नहीं लौटाये गये. इसी तरह आरोपियों ने वरूड निवासी घडी व्यवसायी सुजीत मारोतराव खरडे (47), सराफा व्यवसायी विकास टेमघरे (49) तथा कपडा व्यवसायी योगेश विष्णुपंत गणोरकर (47) से भी प्लॉट बिक्री की झूठी वजह बताकर 8 लाख 90 हजार रूपये की उगाही की. इन तीनोें को एक ही भूखंड दिखाते हुए उनसे यह जालसाजी की गई थी. इस घटना के चलते समूचे शहर में जबर्दस्त खलबली मच गयी थी.

छह वर्ष बाद हुआ अपराध दर्ज

इस मामले में वर्ष 2015 में शिकायत दर्ज करायी गयी थी. किंतु तत्कालीन थानेदार ने केवल जांच करने के बाद मामले को ‘एनसी’ के तौर पर दर्ज किया. बार-बार सोना वापिस दिलाने की मांग करने के बावजूद भी सोना वापिस न मिलने पर काठीवाले ने 2017 में एक बार फिर शिकायत दर्ज करायी. किंतु उस समय भी मामला जांच और ‘एनसी’ से आगे नहीं गया. वहीं अब वरूड के थानेदार रहनेवाले आयपीएस अधिकारी श्रेणीक लोढा ने इस मामले की गंभीरता को समझते हुए विभिन्न धाराओं के तहत अपराध दर्ज किया है.

विश्वास की आड में जालसाजी

शिकायत के मुताबिक आरोपी कल्पना श्रीराव वरूड में एक पतसंस्था के लिए दैनंदिन रकम जमा करने का काम किया करती थी. जिसके जरिये उसने कई लोगों का विश्वास हासिल किया था. साथ ही पांच से दस हजार रूपये उधार लेने के बाद तय तारीख पर रकम वापिस लौटाने की वजह से व कई लोगों की विश्वासपात्र बन गयी थी. कल्पना ने काठीवाले की मां व बहन से अपनी दिक्कत बताते हुए घर खरीदने के लिए बडी रकम मांगी. साथ ही कहा कि, यदि पैसे नहीं दिये जाते है, तो टोकन व इसार डूब जायेगा. ऐसे में काठीवाले मां-बेटी ने उसे अपने पास पडे सोने के आभूषण दे दिये. इसके बाद कल्पना ने नागपुर पहुंचकर काठीवाले की एक अन्य बहन को भी इसी तरह झांसा देते हुए उससे सोने के गहने हासिल किये थे.

  • काठीवाले व अन्य तीन लोगों के साथ हुई जालसाजी की शिकायत के आधार पर एक महिला सहित तीन लोगोें के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया है. साथ ही आरोपियों की खोज की जा रही है.
    – श्रेणीक लोढा
    थानेदार, वरूड पुलिस स्टेशन

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