विदर्भ

पुरानी तारीखों के स्टैम्प पेपर बेचने वाला गिरोह पकडा गया

क्राईम ब्रांच का छापा : 48 स्टैम्प जब्त, 4 गिरफ्तार

नागपुर/दि.26 – पुरानी तारीखों के स्टैम्प पेपर बेचने वाले एक गिरोह का क्राईम ब्रांच के दल ने सोमवार को पता लगाया. इस गिरोह की दो महिलाओं समेत चार लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. विना यशवंत अडवानी (60, उत्कर्ष नगर, वलय अपार्टमेंट, धरमपेठ), भीमाताई राजू वानखडे (53, भिलगांव), आशिष गुलाबराव शेंडे (27, सुभाषनगर, अंबाझरी) व हिमांशू धिरज सहारे (20,खलासी लाइन, सदर) यह उनके नाम है.
पुलिस की जानकारी के अनुसार जिलाधिकारी कार्यालय परिसर में कुछ स्टैम्प पेपर उनके दलालों के माध्यम से पुरानी तारीख के स्टैम्प पेपर बेचने की जानकारी क्राईम ब्रांच के दल को मिली. जांच पडताल करने के बाद दलालों के माध्यम से पुलिस ने स्टैम्प वेंडर के बगैर अडवानी के साथ संपर्क साधा और उनके पास से दो महिने पूर्व की तारीख का स्टैम्प पेपर सोमवार को खरीदी किया. 100 रुपए का स्टैम्प पेपर 1 हजार रुपए कीमत में अडवानी ने पुलिस के फंटर को दिया. उसी समय उन्हें और उनके लिए काम करने वाले इन तीनों को पुलिस ने हिरासत में लिया. उसके बाद अडवानी के धरमपेठ स्थित निवास पर छापा मारा गया. पुलिस ने यहां की तलाशी ली तब पुरानी तारीख के 47 कोरे स्टैम्प पेपर उनके पास मिले. उनके पास रहने वाली नोंद वहीं में एक ही नाम से स्टैम्प पेपर बिक्री होने की झूठी नोंद पुलिस को मिली है. जिससे अडवानी, वानखडे, शेंडे और सहारे इन चारों को पुलिस ने कलम 167, 467, 468 के तहत गिरफ्तार किया है. उन्हें मंगलवार को न्यायालय में पेश कर उनका 28 मई तक पीसीआर लिया है. वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक किशोर पर्वते, उपनिरीक्षक लक्ष्मी छाया तांबुसकर, पीएम मोहेकर और उनके सहयोगियों ने यह कार्रवाई की.

अपराधि, भूमाफिया की ओर से इस्तेमाल

पुरानी तारीख के स्टैम्प पेपर का गैर इस्तेमाल विविध जगह के भूमाफिया, अपराधि और अवैध साहुकार बडी मात्रा में करते है. जमीन, दुकान और ऐसे ही संपत्ति हथियाने के लिए तथा शासन, प्रशासन की दिशाभूल कर सर्वसामान्यों के साथ धोखाधडी करने के लिए पुरानी तारीख के स्टैम्प पेपर का गैर इस्तेमाल किया जाता है. उसपर संबंधित संपत्ति धारकों के हस्ताक्षर लेकर पुरानी तारीखों में अभिलेख लिखकर लिये जाते है. पुराने स्टैम्प पेपर की मांग अपराधिक साजिश रचने वालों से की जाती है. इस मामले से कोई अपराधि अथवा भूमाफिया तो जुडा नहीं, इसकी भी जांच पुलिस कर रही है.

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