नागपुर-/ दि.22 उडिसा से नागपुर मार्ग होते हुए गांजे की तस्करी करने वाले रैकेट का बडा डिलर गिरफ्तार करने में अपराध शाखा के अमली पदार्थ विरोधी पथक को सफलता मिली है. बाबुराव कामापर्थी यह गिरफ्तार किये गए मुख्य डिलर का नाम है. उसे 28 नवंबर तक पुलिस कस्टडी में रखने के आदेश दिये है.
बाबुराव विरास्वामी कामापर्थी (68, खम्मम, तेलंगना) यह गिरफ्तार किये गए मुख्य आरोपी का नाम है. अपराध शाखा पुलिस ने 17 नवंबर को पारडी पुलिस थाना क्षेत्र के कापसी परिसर में जाल बिछाकर 2 करोड 33 लाख रुपए का गांजा बरामद किया. पुलिस ने ट्रक चालक सोमेश्वर राव उर्फ बुज्जी कोटीपिल्लम (50) व वाहक बलेमना उर्फ नानी पैधकापू (25, दोनों, राजमंडरी, आंध्रप्रदेश) इन दोनों को गिरफ्तार किया. उसके बाद बीड से अंबादास झांजे व सुभाष पंडुले को गिरफ्तार किया. गिरफ्तार आरोपियों से कडी पूछताछ के बाद पुलिस ने रामबाबू शेखु व मंदापार्थी मिराबाबू को गिरफ्तार करने में सफलता पायी. इन छह लोगों को 24 नवंबर तक पुलिस कस्टडी सुनाई गई. अंबादास, सुभाष से पुलिस ने कडी पूछताछ की. बाबूराव से 20 लाख रुपए में गांजा खरीदने की बात उसने बताई. बाबुराव के बारे में पूरी जानकारी हासिल कर अपराध शाखा पुलिस के दल ने उसे गिरफ्तार करने की योजना बनाई. पुलिस आयुक्त अमितेशकुमार के मार्गदर्शन में अमली पदार्थ विरोध पथक प्रमुख मनोज सिडाम के नेतृत्व में दल ने तेलंगना के खम्मम से बाबुराव को गिरफ्तार किया. पिछले वर्ष से गांजे की तस्करी करने का अपराध उसने कबुल कर लिया. उसी तरह उसने तीन बार बीड में गांजे की खेप पहुंचाई, ऐसी जानकारी तहकीकात के दौरान उजागर हुई.
बीड से मराठवाडा में तस्करी
अंबादास व सुभाष यह दोनों मराठवाडा के रैकेट के मुख्य आरोपी है. यह दोनों बीड से औरंगाबाद, जालना, हिंगोली, परभणी, नांदेड, लातुर, उस्मानाबाद आदि शहरों में छोटे तस्करों को मांग के अनुसार 8 से 10 किलो गांजे की आपूर्ति करते है. इन दोनों के नेटवर्क में कई तस्कर है, वे कौन है? इसके साथ ही नागपुर के तस्करों का भी इस रैकेट में समावेश है क्या? इसकी खोज अपराध शाखा पुलिस कर रही है.