तेज रफ्तार वाहन दौडाने पर समृद्धि के फाटक मिलेंगे बंद
हादसों का प्रमाण घटाने परिवहन विभाग का फैसला
नागपुर/दि.18 – समृद्धि महामार्ग पर प्रवेश करने के बाद बेहद तेज गति से वाहन चलाते हुए अपने गंतव्य पर जल्दी पहुंचने का भी अब कोई फायदा नहीं होगा. क्योंकि ऐसे वाहनों के लिए इंटरचेंज के निकासी द्बार बंद रहेंगे. जो निर्धारित समय पूरा होने के बाद ही खुलेंगे. जिसके चलते ऐसे वाहनों को इंटरचेंज के निकासी द्बार अपना निर्धारित समय पूरा होने तक खडे रहना पडेगा. इस तरह की व्यवस्था को समृद्धि महामार्ग के सभी इंटरचेंज प्वॉईंट पर अमल में लाया जा रहा है. ताकि वाहन चालकों को समृद्धि महामार्ग पर तेज रफ्तार वाहन चलाने से परावृत्त किया जा सके.
उल्लेखनीय है कि, समृद्धि महामार्ग पर अब तक 900 से अधिक छोटे बडे हादसे घटित हो चुके है. जिसमें से 22 प्राणांतिक हादसों में 40 लोगों की मौत हुई है. इसमें 22.72 फीसद हादसे टायर फूटने से, 27.27 फीसद हादसे सामने चल रहे वाहन को टक्कर मारने से तथा 18.18 फीसद हादसे चालक को झपकी लगने की वजह से घटित हुए है. इसके अलावा 9.09 फीसद हादसे तेज रफ्तार और अन्य कारणों के चलते घटित हुए है. इन तमाम वजहों को देखते हुए विगत दिनों ही परिवहन विभाग ने समृद्धि महामार्ग पर अच्छी स्थिति वाले टायर रहने पर भी वाहनों को समृद्धि महामार्ग पर प्रवेश व यात्रा करने की अनुमति देने का निर्णय लिया था. जिस पर अमल करना शुरु कर दिया गया है. ताकि टायर फूटने की वजह से होने वाले हादसों के प्रमाण को घटाया जा सके. वहीं तेज रफ्तार की वजह से होने वाले हादसों को टालने हेतु अब परिवहन विभाग ने महाराष्ट्र राज्य रास्तें विकास महामंडल मर्यादित यानि एमएसआरडीसी की स्वयंचलित वाहन निरीक्षण प्रणाली की सहायता लेने का निर्णय लिया है. जिसके तहत किसी इंटरचेंज प्वॉईंट से किसी वाहन द्बारा समृद्धि एक्सप्रेस वे पर यात्रा शुरु करने के बाद वह वाहन आगे अन्य स्थानों पर कितनी देर में पहुंच रहा है, इसे देखा जाएंगा और यदि कोई वाहन अपने गंतव्य पर तेज रफ्तार के साथ निर्धारित समय से पहले पहुंच जाता है, तो उसे निकासी द्बार पर उसका निर्धारित समय पूरा होने तक रोककर रखा जाएंगा.
इसके साथ ही समृद्धि महामार्ग के प्रवेश द्बार पर अब सीटबेल्ट, टायर की स्थिति, वाहन पर रिफ्लेक्टर टेप तथा वाहन में सवार यात्रियों की संख्या को भी जांचा जाएंगा. इसके अलावा अगले 7 दिन के भीतर समृद्धि महामार्ग पर ब्रिद एनॉलाईझर जांच भी शुरु की जाएंगी और लेन कटींग करने वाले वाहनों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी.