वाशिम प्रतिनिधि/दि.30 – गणतंत्र दिवस पर आयोजित जिला नियोजन समिति की बैठक से पहले सभागृह के बाहर हुए विवाद के बाद सांसद भावना गवली व विधायक राजेंद्र पाटनी ने वाशिम शहर पुलिस में एक दूसरे के खिलाफ 27 व 28 जनवरी को शिकायत दर्ज की थी. उसपर दफा 506 के तहत दोनों पर भी अपराध दर्ज किया गया.
इस मामले में पुलिस की भूमिका तटस्थ है. दोनों ओर के कार्यकर्ताओं ने कानून व सुव्यवस्था अबाधित होंगी, ऐसा बर्ताव न करें, अन्यथा उन्हें नहीं छोडा जाएगा, इस तरह की चेतावनी जिला पुलिस अधिक्षक वसंत परदेशी ने दी है. 26 जनवरी गणतंत्र दिवस पर जिला विकास पर चर्चा करने के लिए जिले के पालकमंत्री शंभूराज देसाई की प्रमुख उपस्थिति में जिला नियोजन समिति की बैठक आयोजित की गई थी. बैठक शुरु होने से पहले ही कुछ कारणवश सांसद भावना गवली व विधायक राजेंद्र पाटनी को भी सभागृह के बाहर जबर्दस्त विवाद हुआ. भावना गवली ने उन्हें धमकाया. आप को देख लूंगी, खत्म कर दूंगी, इस तरह की धमकी देने की शिकायत विधायक पाटनी ने शहर पुलिस में दर्ज की. वहीं दूसरी ओर सांसद गवली ने भी शिकायत दर्ज करते हुए राजेंद्र पाटनी ने धमकाया, तू और बाजोरिया वाशिम जिले में कैसे घुमते यह देखता हुं, ऐसा कहकर अश्लिल भाषा में बोलकर महिला सांसद का अपमान किया. पाटनी किराये के गुंडे लाकर मुझपर व मेरे सहयोगियों पर हमला कर सकते है, ऐसा शिकायत में कहा है. एक दूसरे को खिलाफ दाखिल इस आशयों की शिकायत पर वाशिम शहर पुलिसे ने दोनों जनप्रतिनिधियों पर भादंवि की धारा 504, 506 के तहत अपराध दर्ज किया है. मामले की जांच जिला पुलिस अधिक्षक के मार्गदर्शन में शुरु है.
-
दोनों ओर के 20 कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई
सांसद भावना गवली व विधायक राजेंद्र पाटनी के बीच विवाद की प्रतिक्रिया 26 व 27 जनवरी को जिले भर में देखी गई. दोनों ओर के कार्यकर्ताओं ने पोस्टर जलाना, प्रतिमा को विद्रुप करना, व्यापारपेठ बंद करना जैसे आंदोलन किये. इस मामले में शहर पुलिस ने भाजपा व शिवसेना के प्रति 10 कार्यकर्ताओं पर प्रतिबंधात्मक आदेश के तहत धारा 135 की कार्रवाई की है.आपसी विवाद सामंजस्य से निपटो, किसी ने भी जनता को परेशान करने का प्रयास करने का प्रयास नहीं करना चाहिए, अन्यथा कार्रवाई की जाएगी, ऐसा वाशिम शहर थाने के पुलिस निरीक्षक धुर्वास बावणकर ने बताया.
-
अन्यथा किसी को नहीं बक्शा जाएगा- परदेशी
भावना गवली व राजेंद्र पाटनी ने एक दूसरों के खिलाफ वाशिम शहर पुलिस में दाखिल की हुई शिकायतों पर दोनों पर भी अपराध दर्ज किये गए है. दोनों ओर के कार्यकर्ताओं ने भी सामंजस्य की भूमिका लेकर पुलिस को सहयोग करें, आगजनी अथवा अन्य स्वरुप के आंदोलन कर शासकीय संपत्ति को नुकसान पहुंचाया तो किसी को बक्शा नहीं जाएगा, इस तरह की चेतावनी जिला पुलिस अधिक्षक वसंत परदेशी ने दी.