मुख्य समाचारविदर्भ

राज्य पर मंडरा रहा लोडशेडिंग का बडा खतरा

अगले 48 घंटे के बाद शुरू हो सकती है लोडशेडिंग

* पारस, नासिक व भुसावल में विद्युत निर्मिती ठप्प होने की संभावना
* विद्युत कंपनियों के अभियंताओं, तकनीशियनों व कर्मचारी हैं हडताल पर
नागपुर/दि.28– अपनी विभिन्न मांगोें के लिए राज्य सरकार के अख्तियार में रहनेवाली विद्युत कंपनियों में कार्यरत अभियंता, तकनीशियन, नियमित व ठेका नियुक्त कर्मचारी दो दिवसीय हडताल पर है. वही दूसरी ओर इस हडताल में कोल इंडिया की यूनियन भी शामिल हो गई है. जिससे दो दिनों तक कोयले की आपूर्ति पूरी तरह से ठप्प रहेगी. जिसके चलते राष्ट्रीय स्तर पर विद्युत निर्मिती प्रभावित होगी और आगामी 48 घंटे के बाद लोडशेडिंग के खतरे का सभी को सामना करना पड सकता है.
उपरोक्त हालात की वजह से पारस, नासिक व भुसावल में विद्युत निर्मिती ठप्प हो सकती है. साथ ही कोराडी, खापरखेडा व चंद्रपुर की विद्युत निर्माण ईकाईयों में कामकाज भी प्रभावित हो सकता है. ऐसे में आगामी 48 घंटे के पश्चात राज्य में लोडशेडिंग की समस्या पैदा हो सकती है.
वही इस दौरान विद्युत कर्मचारियों द्वारा हडताल पर जाने को लेकर दी गई चेतावनी के मद्देनजर राज्य सरकार ने विद्युत कंपनियों के सभी अधिकारियों व कर्मचारियों के लिए महाराष्ट्र अति आवश्यक सेवा परीरक्षा यानी मेस्मा कानून लागू करते हुए उन्हें हडताल करने से मना किया है. लेकिन इसके बावजूद भी महानिर्मिती, महापारेषण व महावितरण कंपनियों के अधिकारी व कर्मचारी हडताल पर चले गये है. साथ ही साथ कोल इंडिया की यूनियन भी इस दो दिवसीय हडताल में शामिल हो गई है. जिसके चलते कई विद्युत निर्माण ईकाईयों में कामकाज ठप्प और प्रभावित हुआ है. साथ ही इस समय राज्य में लोडशेडिंग का खतरा भी मंडरा रहा है.

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