विदर्भ

कार में आग लगाकर उद्योजक ने की आत्महत्या

आर्थिक तंगी से परेशान

* पत्नी व इंजीनियर बेटे को भी खत्म करने का प्रयास
नागपुर/ दि.20 – बेलतरोडी पुलिस थाना क्षेत्र के खापरी पुनर्वसन परिसर में एक व्यवसायी ने खूद को कार के साथ जिंदा जला डाला. यह सनसनीखेज घटना सामने आयी है. उसने खूद की पत्नी व इंजीनियर बेटे को भी जलाने का प्रयास किया, मगर वे बच गए. उनकी आँखों के सामने वह व्यवसायी कार के साथ जलकर खाक हो गया. उस घटना से परिसर में खलबली मच गई है. आत्महत्या करने वाले का नाम जयताला निवासी 63 वर्षीय रामराज गोपालकृष्ण भट है. उसने आर्थिक तंगी से परेशान होकर यह कदम उठाया, ऐसी जानकारी सूत्रों से प्राप्त हुई हेैै.
रामराज भट उसकी पत्नी संगीता व पुत्र नंदन के साथ खापरी पुनर्वसन परिसर में गया था. पत्नी व पुत्र आग में झूलस गए है. उनपर खापरी के स्वामी विवेकानंद अस्पताल में इलाज शुरु है. रामराज भट का नटबोल्ट उत्पादन का काम था. विभिन्न कंपनियों को माल आपूर्ति करता था. कोरोना की वजह से उसके व्यवसाय में भारी नुकसान हुआ. जिसके कारण आर्थिक तंगी का सामना करना पडा. इसपर भट ने सामूहिक आत्महत्या करने का निर्णय लिया. वर्धा मार्ग के पॉश होटल में भोजन के बहाने पत्नी और बेटे को कार में लेकर निकला. कार रोककर भट ने पत्नी व बेटे को पीने के लिए जहर दिया. दोनों को संदेह होने के कारण एसीडीटी की दवा होने का बताया. मगर दवा का रंग काला होने के कारण बेटे ने पीने से मना किया. इसके बाद भट ने उसके पास रखे बोतल का द्रव्य पदार्थ का तीनों पर छिडकाव किया और पत्नी व बेटे को कुछ समझ में आता, इससे पहले ही कार में आग लगा दी. तीनों आग में झूलस गए, मगर मां, बेटे कार से बाहर निकलने में सफल रहे और भट कार के साथ बुरी तरह जल गया, जिससे उसकी मौत हो गई.

प्लास्टीक में लपेटकर फेंकी सुसाइड नोट
भट ने आत्महत्या करने के लिए पूर्व तैयारी भी कर ली थी. सुसाइड नोट लिखकर पॉकिट में रखा था. बारिश की वजह से आत्महत्या करने से पहले पॉकिट फाइल में लपेटकर कार से कुछ दूरी पर सुसाइड नोट फेंक दिया था. मौके पर पहुंचने के बाद कुछ देर पुलिस भी आग लगने का कारण क्या है, इस बारे में भ्रमित थे. कुछ दूरी पर पॉकेट मिलने से आत्महत्या करने का कारण स्पष्ट हुआ.

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