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२८ तक दलील प्रस्तुत करने के पक्षकारों को निर्देश
नागपुर/प्रतिनिधि दि.१५ -रामसर पाणथल स्थल का दर्जा प्राप्त करनेवाले और व्यापक वैज्ञानिक संशोधन को प्रोत्साहन देनेवाले विश्व प्रसिध्द सरोवर का संवर्धन व विकास के लिए क्या करना चाहिए, ऐसा सवाल मुंबई उच्च न्यायालय की नागपुर खंडपीठ ने किया है. बुधवार को याचिकाकर्ता व अन्य पक्षकारों से यह सवाल पूछते हुए अदालत ने इस पर आगामी २८ जुलाई तक दलील प्रस्तुत करने के पक्षकरों को निर्देश दिए है.
इस संदर्भ में एड. कीर्ति निपाणकर, गोविंद खेकाले व सुधाकर बुगदाने ने जनहित याचिका दर्ज की. उस पर न्यायाधीश सुनील शुक्रे व अनिल किलोर के समक्ष सुनवाई हुई. यह मुद्दा विगत १२ वर्ष से प्रलंबित है. इस दौरान न्यायालय ने लोणार सरोवर के संवर्धन के लिए समय-समय पर विविध आदेश दिए. एड. आनंद परचुरे ने न्यायालय मित्र के रूप में एड. एस.एस. सन्याल ने मध्यस्था द्वारा एड.केतकी जोशी सरकार की ओर से कामकाज देखा.