अपने मन की बात कहने नहीं, आपके मन की बात सुनने आया हूं
महापुरुषों के विचारों से प्रेरित होकर देश जोडने निकला हूं
* मेडशी की कॉर्नर सभा में बोले सांसद राहुल गांधी
वाशिम/दि.17 – छत्रपति शिवाजी महाराज, छत्रपति साहू महाराज, महात्मा ज्योतिबा फुले तथा डॉ. बाबासाहब आंबेडकर जैसे महापुरुषों ने जोडने का काम किया. साथ ही इन महापुरुषों ने देश में सामाजिक सौहार्द निर्माण करने का काम किया. इन्हीं महापुरुषों के विचारों से प्रेरित होकर मैं इस देश को एकसुत्रता में जोडने हेतु निकला हूूं और अपने मन की बात कहने नहीं बल्कि आपके मन की बात सुनने हेतु आया हूं. कन्याकुमारी से निकली इस यात्रा में समाज के सभी वर्गों से वास्ता रखने वाले लोग हिस्सा ले रहे है और अपनी-अपनी व्यथाएं हमारे सामने रख रहे है. जिससे यह साबित होता है कि, मौजूदा सरकार की नीतियों के चलते देश के आम नागरिकों का जिना मुहाल हो गया है. इस आशय का प्रतिपादन भारत जोडो यात्रा के तहत वाशिम जिले मेें पहुंचे कांग्रेस नेता व सांसद राहुल गांधी ने किया.
गत रोज भारत जोडो यात्रा का प्रारंभ वाशिम के जांभरुण फाटे से हुआ और यह पदयात्रा मालेगांव में दोपहर का भोजन व विश्राम करने उपरान्त देर शाम मेडशी पहुंची. जहां पर हुई कॉर्नर मीटींग में सांसद राहुल गांधी ने उपरोक्त विचार व्यक्त करने के साथ ही कहा कि, आज देश की जनता लगातार बढती महंगाई की वजह से त्रस्त हो चली है और बढती बेरोजगारी की वजह से युवाओं में चिंता का माहौल है. इसके अलावा कृषि उपज को योग्य दाम नहीं मिलने की वजह से किसान संकट में है. कुल मिलाकर मोदी सरकार के राज में कोई भी घटक समाधानी नहीं है. लेकिन देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार द्बारा इन समस्याओं की ओर ध्यान देने की बजाय केवल अपने आसपास रहने वाले 2-3 उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने का काम किया जा रहा है. साथ ही देश के आम नागरिकों का ध्यान असल मुद्दों व समस्याओं से भटकाने हेतु जातिगत द्बेश व नफरत वाले मामलों को हवा दी जा रही है. इन्हीं सब बातों को लेकर जनजागृति करने हेतु कांग्रेस पार्टी ने भारत जोडो यात्रा का आयोजन किया है और वे इस यात्रा के लिए देश में साढे तीन हजार किलो मिटर की पदयात्रा करने हेतु निकले है और उन्हें सभी स्थानों पर समाज के अलग-अलग वर्ग एवं घटक के लोगों से भरपूर प्रतिसाद मिल रहा है. जिससे मिलने वाली उर्जा के चलते यह साढे तीन हजार किमी तो क्या अब 10 हजार किमी की पदयात्रा भी कर सकते है.
* अकोला जिले की ओर रवाना हुई पदयात्रा
मालेगांव से चलकर मेडशी पहुंचने के बाद वहां पर कॉर्नर मीटिंग को संबोधित करने के उपरान्त सांसद राहुल गांधी के नेतृत्व वाली भारत जोडो यात्रा अकोला जिले के पातुर की ओर रवाना हो गई. यह यात्रा 2 दिन पहले 15 नवंबर को हिंगोली जिले से व वाशिम जिले की सीमा में पहुंची थी और 15 नवंबर की रात वाशिम में इस यात्रा का रात्रि विश्राम रहा. पश्चात 16 नवंबर को सुबह वाशिम के निकट जांभरुण फाटा से इस यात्रा का प्रारंभ हुआ और यह यात्रा धार फाटा सावरकर, झोडगा, अमानी, मालेगांव, वारंगा व रिधोरा होते हुए मेडशी पहुंची. जहां पर कॉर्नर मीटींग आयोजित करने के बाद यह यात्रा अकोला जिले के लिए रवाना हुई. इससे पहले जांभरुण फाटे से लेकर मेडशी तक इस पदयात्रा का जगह-जगह पर जल्लोषपूर्ण स्वागत हुआ. साथ ही सावरगांव में महाविद्यालयीन छात्र-छात्राओं ने सांसद राहुल गांधी के साथ भेंट की. इस समय राहुल गांधी ने सभी युवाओं से आत्मियतापूर्व बातचीत की.
* बिबे फोडने वाली महिलाओं से राहुल गांधी का संवाद
इसके साथ ही सांसद राहुल गांधी ने अमानी गांव में बिबे फोडकर गोडम्बी निकालने वाली महिलाओं से भी बातचीत की. वाशिम-मालेगांव महामार्ग पर स्थित अमानी गांव की जनसंख्या 4 हजार के आसपास है और इस गांव के लोग पास ही स्थित जंगलों से बिबे संकलित करते हुए उसमें से गोडम्बी निकालने का काम करते है. यह कार्य गांव की महिलाओं द्बारा अपने हाथों से किया जाता है. जिसकी वजह से उन्हें त्वचारोग का भी सामना करना पडता है. बिबे फोडकर गोडंबी निकालते समय क्या समस्याएं होती है. इसे लेकर सांसद राहुल गांधी ने इन महिलाओं से बातचीत की और उनकी अन्य विभिन्न समस्याओं को भी जाना.
अपूर्ण……..