विदर्भ

स्वाधीनता सेनानियों की स्मृति बनाए गए जयस्तंभ की मरम्मत की ओर अनदेखी

कृष्णा वाघमारे ने प्रशासन का कराया अवगत

मोर्शी/दि.23– शहर के मोर्शी से वरूड इस मुख्य मार्ग पर जयस्तंभ का निर्माण किया गया है. जिससे इस स्थान को जयस्तंभ यह नाम दिया गया. यह जयस्तंभ भारतीय स्वाधीनता संग्राम सैनिकों की स्मृति में बनाया गया है. किंतु विगत कई महिनों से इस जयस्तंभ की टाइल्स निकल गई है. इस ओर संबंधित विभाग की अनदेखी हो रही है. जयस्तंभ उपेक्षा हो रही है. जयस्तंभ की मरम्मत का काम नहीं किया जाने से इस जयस्तंभ को ढहाने की मांग शहर के नागरिक कृष्णा वाघमारे ने मुख्याधिकारी, व राजस्व विभाग तथा सार्वजनिक लोकनिर्माण विभाग से ज्ञापन द्वारा की है. ज्ञापन में बताया कि, वरुड- अमरावती यह मार्ग पहले राज्यमहामार्ग था. जो अब राष्ट्रीय महामार्ग बन गया है.

इस मार्ग के बीचोबीच मोर्शी शहर में जयस्तंभ है. जयस्तंभ की देखभाल नहीं हो रही. लोकनिर्माण विभाग, मोर्शी राष्ट्रीय महामार्ग विभाग, अमरावती व नगर परिषद की इस ओर अनदेखी हो रही है. जयस्तंभ की टाइल्स कई महिनों से उखडने से जयस्तंभ की दुर्दशा हो रही है. इस संबंध में अखबारों में खबरे प्रकाशित होने के बाद भी अब तक मरम्मत का काम शुरु नहीं हुआ. जयस्तंभ की देखभाल संबंध में लोकनिर्माण विभाग, राष्ट्रीय महामार्ग विभाग नगर परिषद, मोर्शी में पूछने पर जयस्तंभ हमारे क्षेत्र में नहीं आता, ऐसा जवाब दिया जा रहा है. मोर्शी से तबादला होकर गई मुख्याधिकारी गीता ठाकरे ने जयस्तंभ की मरम्मत करने का आश्वासन दिया था, किंतु अब तक मरम्मत नहीं की गई. प्रभारी मुख्याधिकारी रवींद्र पाटील ने भी जयस्तंभ दुरुस्त करने का आश्वासन दिया था, जिसे पूरा नहीं किया गया, ऐसा कृष्णा वाघमारे ने बताया. जयस्तंभ की मरम्मत न होना यह स्वाधिनता सेनानियों का अपमान होने जैसा है. शहर के जनप्रतिनिधि भी उदासीन दिखाई देते है. कई वर्षों से जयस्तंभ का सौंदर्यीकरण नहीं किया जाने से मोर्शी शहर को जयस्तंभ की जरूरत नहीं ऐसा दिख रहा है. इसलिए जयस्तंभ को ढहाने की अनुमति दी जाए, इस आशय का ज्ञापन कृष्णा वाघमारे ने नगरपरिषद मोर्शी, सार्वजनिक लोकनिर्माण विभाग व राजस्व विभाग को दिया है.

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