
प्रतिनिधि/ दि.७
नागपुर- अमली पदार्थ तस्कर जावेद उर्फ बच्चा खान की कारागृह में तबीयत बिगडने के कारण उसकी मौत हो गई, इस बारे में उल्टी-सीधी चर्चा शुरु होने की वजह से कारागृह प्रशासन में खलबली मच गई है. इस मामले को लेकर पुलिस कडी जांच कर रही है. मध्य भारत के कुख्यात एमडी तस्कर आबु खान का जावेद राइट हैंड माना जाता था. उसके खिलाफ कातिलाना हमला करने समेत कई अपराध दर्ज है. जनवरी २०१८ में अपराध शाखा पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था. उसके बाद अबु खान को गिरफ्तार कर कारागृह की सलाखों के पीछे डाला था. पिछले माह में ही आबु खान को जमानत पर जेल से छोडा गया है. ४-५ दिन पूर्व जावेद की तबीयत खराब हो गई. उसपर कारागृह के अस्पताल में इलाज शुरु था. बुधवार की रात जावेद की तबीयत और अधिक बिगड गई तब उसे मेडिकल में भर्ती किया गया. वहां इलाज शुरु रहते समय रात ९.३० बजे जावेद को डॉक्टर ने मृत घोषित किया. खास बात यह है कि मंगलवार को कारागृह के कैदी दिनेश चरपे की भी मौत हो गई थी. २४ घंटे के अंदर जेल में दो लोगों की मौत हो जाने के कारण कारागृह प्रशासन में खलबली मच गई है. जावेद को लेकर उल्टी-सीधी चर्चा शुरु है. जेल में चार दिन पहले मारपीट की घटना हुई थी, जिसमें जावेद को जोरदार मार लगी थी, उसके कारण उसकी तबीयत खराब हो गई और उसकी मौत हो गई, ऐसी चर्चा शुरु है. मगर कारागृह अधिक्षक अनुपकुमार कुमरे ने इस बात से इन्कार कर दिया. जावेद को अंडकोष की परेशानी थी. उसपर काफी दिनों से इलाज चल रहा था. इसी परेशानी के कारण पिछले चार-पांच दिन से कारागृह के अस्पताल में था. आराम न लगने के कारण उसे बुधवार की रात मेडिकल में इलाज के लिए भेजा गया, ऐसा उन्होंने बताया. कारागृह प्रशासन को कुछ लोग जानबुझकर बदनाम कर रहे है, इसी वजह से उल्टी-सीधी चर्चा शुरु होगी, ऐसा कुमरे ने व्यक्त किया. इस दरम्यान धंतोली पुलिस ने आकस्मिक मौत का मामला दर्ज कर आगे की तहकीकात शुरु की है.