विदर्भ

आयात शुल्क रद्द, फिर भी कपास के दाम स्थिर रहेंगे

30 सितंबर तक शून्य आयात शुल्क ः अंतर्राष्ट्रीय बाजार में तेजी कायम

नागपुर/दि.15- कपास का 11 प्रतिशत आयात शुल्क रद्द करने का निर्णय बुधवार को केंद्र सरकार द्वारा लिए जाने के साथ ही वह आगामी 30 सितंबर तक लागू रहेगा. अंतर्राष्ट्रीय बाजार में तेजी होने से सरकार के इस निर्णय के कारण देश अंतर्गत कपास की फिलहाल की दर पर कोई असर नहीं होगा. फिलहाल के दाम स्थिर रहने के साथ ही दरवृद्धि की संभावना कम हुई है.
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में फिलहाल कपास के दाम 1 डॉलर 55 सेंट प्रति पाऊंड यानि 92,260 रुपए 3.56 क्विंटल रुई तो भारत में रुई के दाम 93,000 से 94 हजार रुपए है. कपास पर का आयात शुल्क शून्य पर लाने से अंतर्राष्ट्रीय व देशांतर्गत कपास के दाम समान हुए है. इस वर्ष पॅकिंग व शिपिंग चार्जेस (यातायात खर्च) ढाई से तीन गुना बढ़ा है. जिसके चलते भारतीय कपड़ा उद्योजकों को आयात किया गया कपास देशांतर्गत कपास की तुलना में महंगा पड़ेगा. यह जानकारी तज्ञों ने दी.

कपास का इस्तेमाल व मांग 2.66% से बढ़ी
लॉकडाऊन के बाद सभी कपड़ा उद्योग पूरी क्षमता से शुरु है. उसी समय भारत सहित विश्व स्तर पर कपास का इस्तेमाल व मांग 2.66 प्रतिशत से बढ़ी है. कपास का उत्पादन कम हुआ है. जिसके चलते कपास बाजार की भी तेजी विश्वस्तर पर देखने मिल रही है. केंद्र सरकार ने आयात शुल्क रद्द किया फिर भी किसानों ने कपास का पॅनिक सेल शुरु न करें, ऐसी सलाह कपास बाजार अभ्यासकों ने दी है.

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