अचलपुर उपज मंडी सचिव के निलंबन से फिर चर्चा में
सभापति, उपसभापति, संचालकों को प्रशासक की तरफ से अनोखी भेंट
परतवाडा/दि.22– लगातार विवादास्पद रही अचलपुर मंडी यह तत्कालीन सचिव के निलंबन से फिर चर्चा में आ गई है. नवनिर्वाचित सभापति, उपसभापति व संचालकों को शनिवार को ही प्रशासक व्दारा दी गई यह अनोखी भेंट साबित हुई है. करोडों रुपए का आर्थिक व्यवहार विवादास्पद कामकाज के चलते संभालने की जिम्मेदारी नवनिर्वाचित सभापति पर आग गई है.
पर्यवेक्षक तथा तत्कालीन सचिव को एक माह के लिए निलंबित कर मंगेश भेटालू को सचिव पद पर नियुक्ति के आदेश दिए गए है. इसके पूर्व नौकर भर्ती घोटाला, विवादास्पद जमीन घोटाला और कामकाज समेत वार्षिक ऑडिट में खर्च का प्रावधान न दिखाते हुए बेताहाशा खर्च करना आदि कारणों से विवादास्पद साबित हुई उपज मंडी का कामकाज चर्चा में रहा था यह विशेष.
* जवाब न मांगते हुए निलंबन-अमरदीप वानखडे
पंचायत समिति की 18 मई की सभा में प्रशासक व्दारा भेटालू पर कार्रवाई बाबत तैयार की गई नोटशीट फाटने लगाई और नया प्रस्ताव लेने के लिए प्रोसेडिंग बुक अमरावती लाने के निर्देश दिए. तबियत ठीक न लगने से दवाखाने में उपचार के लिए गया. इस दौरान खुलासा ना मांगते हुए सीधे निलंबन के आदेश दिए गए यह अन्याय है. ऐसा निलंबित सचिव अमरदीप वानखडे का कहना है.
* प्रशासक के आदेश पर पदभार संभाला
प्रशासक व्दारा दिए गए 18 मई के आदेश के मुताबिक प्रभारी सचिव पद का पदभार संभाला है.
– मंगेश भेटालू, प्रभारी सचिव
* उचित निर्णय लिया जाएगा
प्रभारी सचिव का निलंबन और दूसरे को पदभार यह विषय पहले ही दिन चर्चा में आने से इस पर पदभार स्वीकारते ही सभी संचालकों के सहयोग से कानूनी बातों की जांच विधितज्ञों से चर्चा कर निर्णय लिया जाएगा. प्रशासकीय बात रही तो भी किसान हित के काम को पहले प्राथमिकता दी जाएगी.
– राजेंद्र बोरले,
सभापति, उपज मंडी अचलपुर