विदर्भ

विज्ञान के प्रति बढी छात्रों का रुझान

कामर्स की सीटों से भी छात्र कम

प्रतिनिधि/दि.१२

नागपुर – कक्षा १२ वीं के नतीजे घोषित होने के लिए एक माह का अवधि पूरा हो रहा है. इस दौर में राज्य में किसी भी तकनीकी पाठ्यक्रम की प्रवेश प्रक्रिया शुरु नहीं हुई है. छात्रों को मजबूरन विज्ञान संकाय में प्रवेश लेना पड रहा है. जिससे अचानक विज्ञान संकाय के डिमांड बढ गई है. यहां बता दें कि, राज्य में सीईटी सेल की ओर से १९ मई को राज्य में तकनीकी पाठ्क्रम के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित की गई थी. लेकिन कोरोना महामारी के चलते परीक्षा आगे बढाने का निर्णय लिया गया था. अब तक सीईटी सेल की ओर से निर्धारित तिथी घोषित नहीं की गई है. इसलिए १२ वीं संकाय में उत्तीर्ण छात्रों के सामने बडा प्रश्न निर्माण हुआ है. इंजीनियरिंग, आर्किटेक्चर, लॉ और तत्सम व्यवसायिक पाठ्यक्रम की प्रवेश प्रक्रिया कब होगी यह भी तय नहीं होने से छात्रों में विज्ञान संकाय की डिग्री पाठ्यक्रम की दिशा में मोर्चा बढा है. राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज नागपुर विद्यापीठ संलग्नित अधिकांश विज्ञान कॉलेजस में छात्रों ने प्रवेश के लिए पंजीयन किया है. इस वर्ष कक्षा १२ वीें के परीक्षा परिणाम बेहतर घोषित हुए है नागपुर विभाग से १ लाख ५६ हजार ८७७ छात्रों ने परीक्षा दी. उनमे से १ लाख ४३ हजार ७७२ छात्र पास हुुए जिससे नागपुर विभाग का नतीजा इस बार ९१.५६ फीसदी रहा है. इसमें भी विज्ञान संकाय का नतीजा सबसे ज्यादा रहा है. १२ वीं विज्ञान संकाय से ६९०६८ छात्र परीक्षा में बैठै थे. इनमें से ६७ हजार ७४२ छात्र उत्तीर्ण हुए है. वहीं नागपुर विद्यापीठ के कार्यक्षेत्र अंतर्गत आने वाले विज्ञान कालोजों में लगभग ६० से ७० हजार सीटें रिक्त है. विज्ञान के अलावा कामर्स में भी छात्र प्रवेश का प्रमाण बढ गया है. नागपुर के बाहर बच्चों को पढाने के लिए भेजने की उत्सुकता भी अभिभावकों में नजर नहीं आ रही है. इसलिए शहर के टॉपलेस कॉलेज में प्रवेश का प्रमाण बढ गया है. वाणिज्य संकाय में १२ वीं के २१ हजार ३६७ छात्र थे. इनमें से १९ हजार ५९३ छात्र उत्तीर्ण हुए है. परंतु वाणिज्य संकाय में विद्यापीठ की अधिक सीटें है. बावजूद इसके छात्रों की संख्या कम है. बीसीए, बीसीसीए, बीकॉम की कुल मिलाकर ५० हजार सीटें है. हाल की स्थिती में केवल शहर के कॉलेजस ही हाउसफुल होने की संभावना है.

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