नागपुर/ दि.3 – बिल्डर के कार्यालय से दस्तावेज चुराकर 20 करोड रुपए कीमत के 70 प्लॉट बेचने वाले इंदौर के भूमाफिया संदीप यादव को आर्थिक अपराध शाखा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. बिल्डर प्रफुल्ल घाडगे की फर्म के इंदौर में 68 एकट जमीन तथा प्लॉट है.
वात्सल्य डेवलपर्स के संचालक घाडगे के धंतोली स्थित कार्यालय में मानेवाडा निवासी मानवेंद्र मजुमदार काम करता था. मजुमदार ने घाडगे के कार्यालय से इंदौर की जमीन के दस्तावेज चुराये. इन दस्तावेजों के आधार पर नंदा नगर इंदौर निवासी 35 वर्षीय संदीप यादव को जमीन का अधिकार पत्र दिया. उसने वात्सल्य डेवलपर्स के नाम से इंदौर की वंदन बैंक में घाडगे के फर्जि हस्ताक्षर से खाता भी खाला. इस खाते में यादव से मिली राशि जमा करने के बाद मजुमदार ने निकाल ली. यादव ने खुद को जमीन का मालिक बताते हुए 20 करोड रुपए कीमत के 70 प्लॉट बेच डाले. इसके साथ ही घाडगे के फर्जी हस्ताक्षर से कई जमीन की बिक्री के करार भी किये है.
इस दौरान घाडगे को एक बैंकिंग व्यवहार से इंदौर के जमीन की बिक्री किये जाने का पता चला. जांच पडताल करने पर मजुमदार की सच्चाई सामने आयी. घाडगे ने धंतोली पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करायी. जांच के बाद धंतोली पुलिस ने धोखाधडी का अपराध दर्ज कर मामले की जांच आर्थिक अपराध शाखा पुलिस सौंप दी. परंतु इसकी भनक लगते ही मजुमदार फरार हो गया. इधर पुलिस संदीप यादव की तलाश कर रही थी. उसे इंदौर से गिरफ्तार किया है. अदालत ने 6 दिसंबर तक पुलिस कस्टडी में रखने के आदेश दिये है. यादव को इंदौर के बाहुबलि नेताओं का आशीर्वाद प्राप्त है. उनकी सहायता से वह भूमाफिया बंन गया.