
नागपुर/दि 10– 1 जुलाई 2017 से देश में वस्तु और सेवाकर लागू होने के बाद विदर्ब जोन में पहली बार जीएसटी का रिकार्ड संकलन हुआ. वित्तीय वर्ष 2023-24 के 20806 करोड रुपए की तुलना में 2024-25 में संकन 22043 करोड रुपए तक पहुंच गया. संकलन में एक साल में 1237 करोड रुपए की बढोतरी हुी है. यह बढोतरी यानी विदर्भ में औद्योगिक विकास तेजी से होता रहने का पता चलता है.
नागपुर जोन में नागपुर-1, नागपुर-2, नाशिक और छत्रपति संबाजीनगर विबाग आते है. चारो विभाग में जीेसटी संकलन बढ़ गया. नागपुर-1 में 5536 करोड, नागपुर-2 में 6165 करोड, नाशिक 5882 करोड, छत्रपति संबाजीनगर विभाग में 4460 करोड रुपए का संकलन हुआ. इस संकलन में विदर्भ ने भी बाजी मारी है. 2022-23 में जोन को 16909 करोड रुपए का राजस्व मिला था. वह 2023-24 में 20506 करोड और 2024-25 में 22043 करोड रुपए तक पहुंच गया. चार आयुक्तालय में से नाशिक विबाग के उद्योग में अच्छी प्रगति हुई दिखाई देती है. छत्रपति संबाजीनगर में ऑटोमोबाईल्स उद्योग अधिक है. उसके बाद भी इस विभाग का जीएसटी संकलन कम ही है. नागपुर-1 और नागपुर – 2 आयुक्तालय ने मिलाकर 11701 करोड रुपए का योगदान दिया. जो करीबन 50 फीसद है. सर्वाधिक जीएसटी भरने वाली कंपनियों में स्टर्न कोलफिल्ड लि., अल्ट्राटेक सिमेंट, अंबुजा सिमेंट, दामोदर जगन्नाथ, इंडयोरन्स टेक, सनफ्लैग, बॉस, एमआरजेपीटी स्टील, ब्रह्मोस, एसएमडब्ल्यू इस्पात, कामधेनू स्टील आदि का समावेश है.
* अव्वल की 10 कंपनियों से 70 से 75 फीसद जीएसटी संकलन
नागपुर जोन की अव्वल की 10 कंपनियों से 60 से 75 प्रतिशत संकलन हुआ. इन कंपनियों की अच्छे अथवा खराब काम का सीधा असर संपूर्ण जोन में राजस्व पर होता है. नागपुर जोन में अन्य अनेक बडी कंपनियां है. लेकिन उनका मुख्य कार्यालय मुंबई में रहने से वह मुंबई में जीएसटी भ़रते है. इसका असर नागपुर विभाग पर होता है. नागपुर जोन में रहने वाली और मुंबई में जीएसटी भरने वाली कंपनियो की संख्या अधिक है.
* तुलनात्मक ब्यौरा (करोड में)
2019-20 12649
2020-21 11455
2021-22 14485
2022-23 16909
2023-24 20806
2024-25 22043
जोन के आयुक्तालय का योगदान (करोड में)
जोन 2021-22 2022-23 2023-24 2024-25
नागपुर 13478 4092 5239 5536
नागपुर 24665 5040 5914 6165
औरंगाबाद 2976 3499 4174 4460
नाशिक 3364 4276 5479 5882